विशेष::आजादी के 77 सालों के परिवेश में बदला हुआ भारत एक समीक्षा, एक लेख, प्रस्तुति केसरी न्यूज़ नेटवर्क,,एक बार अवश्य पढ़े,,,।
फिरंगी सबसे ज्यादा चालाक धोखेबाज और बेईमान है इसीलिए अमेरिका पिछले 100 सालों से सुपरपावर बना हुआ है। लेकिन आज हमारे भारत में नई दिल्ली में आयोजित g20 समिट में अमेरिका के साथ-साथ ब्रिटेन भी शामिल है।
यदि कोई देश अमेरिका को चुनौती देता तो अमेरिका हर उसे चुनौती देने वाले हर देश को उन्होंने तोड दिया है , तथा अपनी नापाक हरकतों से उस देश को बरबाद कर दिया,,*
*जापान ने अमेरिका को द्वितीय विश्व युद्ध में चुनौती दी तो जापान को हिरोशिमा तथा नागासाकी पर परमाणु बम गिरकर तहस नहस कर खतम कर दिया,, USSR ने अमेरिका को चुनौती दी तो सोवियत संघ को 1991 में 17 टुकड़े कर दिए उसके बाद अमेरिका का पूरे विश्व में एक तरफ साम्राज्य स्थापित हो गया।*
*उसके बाद इराक राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन जो बहुत बड़े देश प्रेमी राष्ट्रभक्ति थे अमेरिका की चापलूसी तथा दादागिरी के खिलाफ इराक कि राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन ने सर उठाया तो अमेरिका ने इराक को जैविक हथियार बनाने का झूठा आरोप लगाकर इराक को बरबाद कर दिया आज पूरी दुनिया में जहां भी कोई युद्ध होता है या गृह युद्ध होता है या खून खराब होता है उसमें अमेरिका जरूर सम्मिलित होता है क्योंकि वह एक बहुत बड़ा धोखेबाज चालक तथा स्वार्थी देश है*
पिछले 100 सालों से दुनिया के टॉप टेन बिजनेसमैन तथा उद्योगपतियों में अमेरिका के लोग होते थे इसीलिए अमेरिका के उद्योगपतियों का दबदबा पूरी दुनिया में रहा है,, टॉप 10 मे से 8,,9 सिर्फ अमेरिकी उद्योगपति ही होते हैं दूर दूर तक कोई और दूसरा नहीं होता है क्योंकि हमारे देश में गद्दार विभीषण जयचंद बहुत ज्यादा है जो अपने स्वार्थ के लिए देश को किसी भी स्तर तक नीचा दिखाने में कोई कमी नहीं छोड़ते।
दुनिया के टॉप उद्योगपतियों में से एक उद्योगपति चीन के "जेक मा" थे जिन्होने विश्व के उद्योगपतियों में तीसरा स्थान हासिल किया तो उनके खिलाफ ""लॉबिंग"अमेरिकी उद्योगपतियों के द्वारा शुरु हुई ओर उनको भागना पडा।
अमेरिका की ताकत उन का उद्योग है वो टेक्नोलॉजी और बिजनेस के दमपर पूरी दुनिया को अपने काबु में रखता है,,,,।
अगर कोई भी देश अथवा उद्योगपति उनको टक्कर या चुनोती देगा या देने का प्रयास करेगा तो वो अरबों रुपये खर्च कर के उनको बर्बाद कर देगे अमेरिका पूरी दुनिया में सर्वाधिक मनुष्यों की हत्या अपने फायदे के लिए करता है दुनिया में आतंकवाद तथा सारी प्रसाद की जड़ केवल अकेला अमेरिका है और उसका साथी ब्रिटेन है।
पिछले पांच सालों मे भारतीय उद्योगपति "अडानी " उंची उडान भर रहा था,,, पिछले साल वो दुनिया का दुसरा सबसे बडा उद्योगपति बन चुका था,।, अगर यही रफ्तार रहती तो 2024 में दुनिया का सबसे बडा उद्योगपति बन जाता,, दुनिया भारत की तरफ देखती लेकिन कुछ राजनीतिक पार्टियों तथा उनके नेता पप्पू दीदी जो विदेशी एजेंट के तौर पर रिश्वत लेकर भारत को बर्बाद करने के लिए अपने विदेशी अकाउंट के फायदे के लिए कार्य कर रहे है उन्होंने इतना हल्ला मचायि जैसे अदानी उनके बाप का माल लेकर कहीं विदेश भाग गया हो कुछ दिन पहले पप्पू दीदी अरविंद केजरीवाल लालू नीतीश बरसाती मेंढक की तरह टमाटर टमाटर चिल्ला रहे थे अब कोई टमाटर नहीं खा रहा यह नमूने केवल भारत में अशांति और उपद्रव फैलाने के लिए विदेशी एजेंटो के लिए काम कर रहे हैं*
भारत "मेक इन इंडिया" का अभियान चला रहा है,, भारत बहुत बडा बाजार है ,, अगर भारत आने वाले 20 वर्षो मे आत्मनिर्भर बन जाता है* तो ,,अमेरिका,,युरोप,,चीन जैसी बड़ी आर्थिक हैसियत रखने वाले देश को तथा उनके पालतू पिल्ले जो इस समय भारत में उनके लिए कम कर रहे हैं उनको बहुत बड़ा दर्द हो रहा है क्योंकि उनको भ्रष्टाचार करने का मौका नहीं मिल रहा है।यदि भारत सशक्त मजबूत और आर्थिक दृष्टि से मजबूत होता है तो अमेरिका चीन फ्रांस ब्रिटेन जर्मन जैसे देश को भारी नुकसान उठाना पडेगा,, डालर $ के मुकाबले भारतीय रुपया मजबूत होता जाएगा,,,।
भारत में भी लॉबिंग शुरू हो चुकी है पिछले 10 सालों में भारत ने जितनी तरक्की की है शायद किसी देश ने इतनी बड़ी तरक्की इतने कम समय में करी होगी आज भारत अपनी पहुंच सूरज पर पहुंचने की रखता है तथा चांद पर पहुंच चुका है जिसमें देश में छुपे जयचंद आस्तीन के सांप और गद्दारों के पेट में दर्द होना शुरू हो गया है ,,, हमारे भारत देश मे " गदारो " की कमी नहीं है एक न कुछ आदमी अपने स्वार्थ के लिए तथा अपनी मक्कारी तथा नाकामी वह बेईमानी को छुपाने के लिए देश को आर्थिक सामाजिक हर तरीके से नीचा दिखाने के लिए बहुत बड़ी संख्या में देशद्रोही भी भारतीय राजनीति में सक्रिय है जो देश की आन बान शान तथा देश के सम्मान को अपने स्वार्थ के कारण मिट्टी में मिलने के लिए हर वक्त तैयार रहते हैं इन आस्तीन के सांपों का आज अच्छी तरह से इलाज करने की जरूरत है।
आज सबसे ज्यादा बिकाऊ एक स्तंभ है जो ऊंची बोली पर दिखता है और उसकी कोई भी देशद्रोही ताकत खरीद लेती है यह लोग इतने स्वार्थी हो गए हैं जो तिल का ताड़ बनाकर समाज में अपनी गंदी मानसिकता को पुरस्कार देशद्रोही व्यक्तियों का साथ देकर अपना नाम कमाने के लिए किसी भी हद तक गिर जाते हैं जिसे हम पहले बिल्कुल पाक साफ समझते थे आज वह बिकाऊ है और उस मीडिया को खरीदा जा सकता है ,,,।
*Youtube,Facebook,Google,Twitter ये सारे प्लेटफार्म अमेरिका के हैं वो जब चाहे,, किसी के भी खिलाफ अभियान चला सकता है।
भारत में मू'र्खों,,पप्पु दीदी,, जय चंदों,, ग'द्दारों की कमी नहीं है भारत देश में जाहीलों की कमी नहीं है ना ही उनकी कोई नस्ल है ना ही कोई उनका डीएनए है उनके हाथों में हम भारतीयों में इस देश की बागडोर सौंफ रखी थी जो विदेशी एजेंट है एक न कुछ आदमी भी भारत के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति मुख्यमंत्री राज्यपाल जैसे महत्वपूर्ण पदों पर बैठे व्यक्तियों को अभद्र भाषा का प्रयोग करके अपमानित करते हैं और उनका कुछ नहीं बिगड़ा क्योंकि उनके आका जो देशद्रोही है वह हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट तक अपनी पहुंच रखते हैं।
हमारा पड़ोसी देस चीन है चीन में ये सब करना करना या कहना आसान नही है,, वहाँ लोकतंत्र नही है,वहाँ प्रोपेगंडा,,झूठ फैलाना आसान नहीं है,,, चीन खुद भारत को आगे बढने से रोक रहा है हमारा पड़ोसी ही हमारी सुख शांति स्मृति और आर्थिक समृद्धि से बहुत ज्यादा परेशान है जो भारत की तरक्की और तकनीकी को आगे बढ़ते देखना नहीं चाहता उनके आकार देशद्रोही समाज के दुश्मन गद्दार बड़ी संख्या में हमारे देश के अंदर आस्तीन में छुपे हुए सांप की तरह मौजूद है।
आने वाले समय मे "भारत" के लिए चुनौतियां बहुत ही ज्यादा हैं
अमेरिका ने अफगानिस्तान में रशिया के खिलाफ "तालिबान" जैसे खूंखार आतंकवादी संगठन को खड़ा करने मे हर तरीके से अहम भूमिका निभाई अमेरिका ने अरबों,, खरबों डालर तालिबान को खड़ा करने में खर्च किया था।
*भारत को अस्थिर करना तो और भी आसान है,, यहां गद्दार तथा देशद्रोहियों की कमी नहीं है,, यहां के कुछ नेताओं के बयान देखो वो खुल्लम खुल्ला विदेशी एजंटो की तरह काम कर रहे हैं,,, ,,मीडिया बिकती है,, सफेद कपड़े वाले काले अंग्रेज नेता यहां पर बिकाऊ है केवल खरीदने वाला चाहिए चाहे देश का कितना भी बड़ा नुकसान हो जाओ लेकिन इन काले अंग्रेजों को अपना स्वार्थ भारत को भारी से भारी नुकसान पहुंचा कर पूरा करना है।
मोदी जी तथा योगी जी के अथक प्रयास के बाद भी हमारा देश आत्मनिर्भर आर्थिक रूप से मजबूत नहीं बन सकता जब-तक भारत की जनता"समझदार"चालाक नहीं बनती तब तक भारत "सुपरपावर"" नहीं बन सकता क्योंकि यहां गद्दारों की संख्या राजनीति में ज्यादा है।
भारत दुनिया का एक बहुत बड़ा बाजार है कोई भी देश नहीं चाहेगा कि "भारत आत्मनिर्भर" बने इसलिए ऐसी बातें करने वाली सरकारों को गिराना होगा। विदेशी ताकतो को भारत में अस्थिर बिकने वाले तथा गद्दारों की सरकार चाहिए भारत में "मिक्स" ( खिचडी) सरकार बनेगी ,,, जिनको हर वक्त सरकार गिरने का डर हो वह अपने विदेशी आकाओ के इशारों पर तथा उनके फायदे के लिए जनता का भला नही करते हुए तथा भारत को कमजोर बनाने के लिए
भ्रष्टाचार स्वार्थी चापलूस तथा विदेश के लिए काम करने वाले भ्रष्ट राजनेताओं वाली सरकार दिल्ली में रहेगी तो वे अपने हिसाब से नीती,, नियम और कानून बना सकते हैं।
भारत की अकूत संपदा को लूटने वाले भारत में अपने पैर पसारेंगे और भारत में बिजनेस,, अपनी मनमानी तरीके से तथा अपने ढंग से जरुरी शर्तो को अपने अनुकूल अपने लाभ के लिए बनाकर ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह भारत मैं अपने फायदे के लिए विदेशी कंपनियों का व्यपार करना आसान होगा जिससे हमारा देश एक बार फिर गुलाम बन जाएगा हमारे अंदर राष्ट्रीयता देश प्रेम की भावना कम होती जा रही है जो आने वाले भविष्य में हमारे लिए आजादी को बचाने के लिए बहुत बड़ा बलिदान देना होगा।
*पिछले दस सालों से भारत मे स्थिर और मजबूत सरकार होने के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की और मजबूत आर्थिक सामाजिक तथा न्याय एक परिदृश्य से स्थिति बहुत मजबूत हुई है क्योंकि भारत में आज एक ईमानदार और स्थिर भारतीय नागरिकों के हित में काम करने वाली सरकार है।*
*भ्रष्ट तथा भ्रष्टाचारी नेता भारत में स्थिर सरकार की वजह से बहुत ज्यादा परेशान है क्योंकि आज उन्हें रिश्वत और कमीशन नहीं मिल रहा है इसलिए उन्हें परेशानी हो रही है। आज भारत सरकार अपने खुद के उद्योगपतियों को मजबूत बना रही है। कुछ षड्यंत्रकारी देशद्रोही व्यक्ति जो भारत को आर्थिक रूप से अपने विदेशी आओ के फायदे के लिए देश को आर्थिक नुकसान पहुंचाने वाले समाचार से खुश होते हैं इनके पर(पंख) कतरने पड़ेंगे, किसी भी देश की ताकत उसे देश की आर्थिक स्थिति से होती है उसे देश के ""उद्योगपति" जो अपने देश के हुन्नर और उत्पादों को विश्व स्तर पर ले जाकर अपने देश में तैयार माल की विदेशों में मार्केटिंग करता है।
सरकार का काम है उनके हितों की रक्षा करना
अगर आज ""अडानी,,अंबानी,,टाटा,,महिन्द्रा,, दुनिया को चुनौती दे रहे हैं तो उनकी बरबादी पर जश्न मनाने वाले टुकड़े-टुकड़े गैंग तथा देश विरोधी तथा समाज विरोधी तत्व भारतीय अनुसंधान पर बैठ जाते हैं यह क्या देशभक्त हैं। उनके चेहरे पहचानने में हम सीधे-साधे भारतीयों से बहुत बड़ी भूल हुई थी अब हम उसमें सुधार कर रहे हैं अपने देश के ये गद्दार क्या विदेशी एजेंट नहीं है जो भारत की स्थिर सरकार को हटाने के लिए एकजुट होकर विदेशी एजेंट के फायदे के लिए दिल्ली में खिचड़ी सरकार बनाने का प्रयास कर रहे हैं,,??*
इनको पहचानो ये वही जयचन्द है जो भारत को हर स्तर पर अपने स्वार्थ के लिए नीचा दिखाना चाहते हैं तभी तो यह विदेश में जाकर भारतीय प्रधानमंत्री तथा भारतीय सभ्यता और संस्कृति की धज्जियां उड़ाते हैं जो इस देश की मां से पैदा नहीं हुआ है वह भारत की सभ्यता संस्कृति और मातृभूमि को क्या जाने यदि कोई देशद्रोही आतंकवादी या समाज का दुश्मन भारतीय सैना या भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा देश तथा समाज का दुश्मन आतंकवादी या देशद्रोही मार गिराया जाता है तो यह भ्रष्ट चापलूस देश तथा भारतीय समाज के दुश्मन नेता घड़ियाल आंसू बहा बहा कर ऐसे मातम मनाते हैं जैसे इनका बाप मर गया हो।
ये जयचंद इतने जहरीले आस्तीन के साँप है कि इन्हें हर भारत विरोधी बात में खुशी मिलती है। देश की तरक्की से संबंधित कोई भी आकड़ा या रिपोर्ट ये मानने को तैयार नहीं हैं पर अगर देश के विरुद्ध इन्हें कहीं भी कुछ दिख जाए तो ये खुशी से पागल हो जाते हैं भारतीय सेना के पराक्रम का भी यह लोग सबूत मांगते हैं भारत ने जो पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक की थी उसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए थे तो कुछ विरोधी राजनीतिक तो ऐसे मातम मना रहे थे समझो उनके घर में बम फट गया हो इनको बहुत दुख हुआ इन्होंने मातम बनाया था जबकि भारतीय सेना ने देश के गद्दार आतंकवादी तथा देशद्रोही ही मारे थे जो इन गद्दारों के सगे संबंधी थे इसलिए इनको बहुत ज्यादा दर्द हुआ।*
आज जो बिका हुआ मीडिया है वह तो मजबूर है,, बिकाऊ है,,वो मीडिया इन ग'द्दार नेताओं से सवाल नहीं पूछेगी और ना ही उनको यह गद्दार भ्रष्टाचारी देशद्रोही नेता नजर आते हैं क्योंकि वह उनके जैसे ही है इसलिए चोर चोर मौसेरे भाई है।यह जयचंद और मानसिंह जैसे विदेशी एजेंट जो भारत को अस्थिर करना चाहते हैं भारत के टुकड़े-टुकड़े करने के लिए दिन-रात एक कर रहे हैं उनकी ये सच्चाई वे मीडिया वाले सामने नहीं लाएगी कुछ लोगों का जमीर मर चुका है जो लालची प्रवृत्ति के हैं वह रिश्वत लेकर जनता को गुमराह करने का पाप कर रहे हैं वे लोग क्षमा करने योग्य नहीं है।
मेहनत तो हमें करनी ही पड़ेगी क्योंकि देश हमारा है
प्रधानमंत्री हमारा है, यह समाज यह सभ्यता और यह संस्कृति जो वैज्ञानिक सत्य है और विश्व में सबसे पुरानी है और इस देश से जुड़ा वर्तमान और भविष्य सब कुछ हमारा और हमारी पीढ़ियों का है तो फिर हम क्यों ना ऐसे देशद्रोहियों के जो हमारे देश का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाकर नाम बदनाम करते हैं तथा देश की प्रतिष्ठा और स्वाभिमान को आघात पहुंचाने हैं वे सब देशद्रोही इस देश के और समाज के दुश्मन है जिनको भारत में रहने का हक नहीं है जो भारत तथा भारतीय संस्कृति और भाईचारे तथा भारत माता का विदेश में जाकर अपमानित करता है ऐसे पप्पू देशद्रोही को हम कभी भी माफ नहीं करेंगे वह जयचंद विभीषण तथा मानसिंह का वंशज है जिसे हम पप्पू दीदी कहते हैं हम इस देश के सच्चे नागरिक हैं और हमारा धर्म है कि हम अपने देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर अपनी आगे आने वाली पीढ़ी के लिए एक सही दिशा देकर जाए जिससे हमारा भारत पूरी दुनिया में शांति और सौहार्द का प्रतीक बने।
लेख प्रस्तुति,,,,, केसरी न्यूज़ नेटवर्क।
लेखक,, सत्येंद्र कुमार सिंह (पुलिस अधिकारी)।
जय हिन्द, जय भारत, जय जवान, जय किसान।।