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Asian Games: 'देवी मंधाना' को देखने के लिए चीनी फैन ने की बीजिंग से हांगझू की यात्रा, भारत का हर मैच देखने मैदान पहुंचता है गुजरात का यह कारोबारी,,,।

Asian Games: 'देवी मंधाना' को देखने के लिए चीनी फैन ने की बीजिंग से हांगझू की यात्रा, भारत का हर मैच देखने मैदान पहुंचता है गुजरात का यह कारोबारी,,,।

हांगझू के दूर-दराज के कोने में जब भारत ने श्रीलंका को हराया और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक हासिल करने के लिए एक छोटे लक्ष्य का बचाव किया तो कुछ सौ दर्शकों के होठों पर एक ही सवाल था- क्रिकेट क्या है?उन्होंने 'अंक'- 1 अंक, 4 अंक, 6 अंक…' और 'आउट' की संख्या गिनाई। उन्होंने बड़े शॉट्स और आउट होने वालों का उत्साह बढ़ाया। हालांकि, रन और विकेट से परे बहुत से चीनी दर्शक पिंगफेंग क्रिकेट ग्राउंड में तेज धूप में मौजूद थे।

के प्रशंसकों की अच्छी-खासी संख्या है, लेकिन भारतीय महिला टीम की उप-कप्तान को तब अत्यधिक प्रसन्न हुईं होंगी, जब उन्होंने 'मंधाना द गॉडेस' शीर्षक वाले एक पोस्टर को देखा होगा, जिसे एक चीनी युवक जुन्यू वेई ने पकड़ा रखा था। क्रिकेट के प्रति प्रेम और 'देवी' को एक्शन में देखने के लिए इस चीनी युवक जुन्यू वेई ने बीजिंग से हांगझू तक 1200 किलोमीटर की यात्रा की। यह सब तब हुआ जब जुन्यू वई यूट्यूब पर पोस्ट क्रिकेट वीडियो देखकर तीन क्रिकेटर्स सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और स्मृति मंधाना की बल्लेबाजी के प्रति आकर्षित हुए।

द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, केवल 1,347 की अधिकतम क्षमता वाला इस मामूली मैदान में क्रिकेट के टिकट सबसे सस्ते (50 युआन या लगभग 575 रुपये में) हैं। इसके बावजूद मैदान खाली था, जो मुट्ठी भर दर्शक मैदान पर थे, उनमें गुजराती व्यापारियों का एक समूह था, जो पास के यिवू से आए थे। इन्हीं में से एक ने भारतीय टीम की जर्सी पहन रखी थी। उन्होंने बताया कि वह भारत का हर मैच देखने के लिए आए।

पीटीआई की खबर के मुताबिक, भारत-श्रीलंका का मैच देखने आए क्रिकेट प्रशंसकों में कुछ भारतीय भी थे जो राष्ट्रीय ध्वज लहरा रहे थे और भारतीय खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ा रहे थे। उनमें से एक नवनीत सिंह, जो दिल्ली से हैं और वर्तमान में हांगझू के बाहरी इलाके में रहते हैं। वह दोस्तों के साथ पहली बार चीन में क्रिकेट मैच देखने आए थे।

नवनीत सिंह ने बताया, मैं पिछले डेढ़ साल से यहां हूं। मैं कपड़े का कारोबार करता हूं। यह पहली बार है जब हमने चीन में क्रिकेट मैच देखा है। यहां चीन में क्रिकेट नहीं खेला जाता है, लेकिन हमने भारतीय चैनल्स पर क्रिकेट देखा है।

हांगझू स्थित झेजियांग यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी परिसर में पिंगफेंग क्रिकेट मैदान पर उमड़ी भीड़ में से एक क्रिकेट प्रशसंक यू भी थे। यू ने भारत और श्रीलंका के मैच के बाद बताया, मैंने 2019 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जसप्रीत बुमराह का जादू देखा। मैं रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों को फॉलो करता हूं। वे मौजूदा समय में क्रिकेट के महान खिलाड़ी हैं। फिर सूर्यकुमार यादव और जसप्रीत बुमराह हैं। साल 2019 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुमराह असाधारण थे।

आपने क्रिकेट के बारे में कैसे सीखा? इस सवाल पर यू ने बताया, बीजिंग में मेरे विश्वविद्यालय में क्रिकेट सिखाया जाता है, इसलिए मैं इसके बारे में थोड़ा-बहुत जानता हूं। यू ने उस क्रिकेट मैदान के बारे में दिलचस्प जानकारी दी, जिस पर फाइनल खेला गया। यह क्रिकेट मैदान कुछ समय पहले तक एक फूलों का बगीचा था।

यू ने बताया, चीन में बहुत अधिक क्रिकेट नहीं खेली जाती है। बहुत कम क्रिकेट के मैदान हैं। बहुत कम लोग इसे खेलते हैं और कई लोग तो यह भी नहीं जानते कि यह कैसे खेला जाता है। केवल गुआंगझू जहां 2010 एशियाई खेलों के दौरान क्रिकेट खेला गया था वहां एक स्थायी क्रिकेट स्टेडियम है।

उन्होंने कहा, मैं चाहकर भी क्रिकेट नहीं खेल पाता। यहां कोई उचित मैदान भी नहीं है। यहां तक कि एशियाई खेलों से पहले यह मैदान फूलों का मैदान था। एशियाई खेलों के लिए इसे क्रिकेट मैदान में बदला गया। एशियन गेम्स से पहले यहां कुछ अभ्यास मैच खेले गए थे। हालांकि, यू एशियाई खेलों में भारतीय पुरुष टीम के मैच का इंतजार नहीं करेंगे।

यू ने बताया, बीजिंग से यहां आने के लिए मैंने 1000 युआन (11,400 रुपये) खर्च किए। मेरी पढ़ाई चल रही है और इसलिए मैं पुरुष टूर्नामेंट के लिए नहीं रुक सकता। मैं मंगलवार को बीजिंग लौट रहा हूं।

63 वर्षीय काओ जिंग ज़ू कहते हैं, 'मेरे बेटे ने मेरे लिए ये टिकटें खरीदीं ताकि मैं एशियाई खेलों का अनुभव ले सकूं। मुझे नहीं पता था कि यह क्रिकेट के लिए था। यह पहली बार है जब मैं खेल देख रहा हूं। यह जटिल है लेकिन दिलचस्प है।'

26 वर्षीय रेस्तरां मैनेजर जिन एन पिंग ने सोमवार की दोपहर क्रिकेट देखने में बिताई। वह यह देखने के लिए मैदान आए थे कि क्या भारत वास्तव में उतना मजबूत है जितना हर कोई कहता है। जिन एन पिंग ने बताया, मैं बस इतना जानता हूं कि भारत और पाकिस्तान मजबूत हैं। मुझे नियमों की समझ नहीं है और इतने समय से मैं यहां बैठा हूं और सोच रहा हूं कि यह कौन सा खेल है?