हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल :: गणपति विसर्जन के लिए मुस्लिम समाज ने एक दिन आगे बढ़ाया ईद मिलादुन्नबी का जुलूस,,,।
नासिक में हिंदू और मुस्लिम समुदायों ने सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की शानदार मिसाल पेश की है। प्रशासन की पहल पर मुस्लिमों ने ईद-उल-मिलाद-उल- नबी के जुलूस को 28 सितंबर की बजाए 29 सितंबर को निकालने का फैसला किया है। असल में इस साल गणपति विसर्जन और ईद मिलन का त्योहार एक ही दिन आया है। 28 सितंबर को दोनों त्योहार एक दिन मनाए जाएंगे।
गणपति उत्सव हिंदुओं का त्योहार है और ईद-ए-मिलाद मुस्लिम त्योहार है और नासिक में इन दोनों त्योहारों का जुलूस निकलने का दिन नहीं था। दो त्योहारों के एक साथ पड़ने और दोनों में जुलूस निकलने से प्रशासन के सामने बड़ा संकट था। ऐसे में पुलिस आयुक्त अंकुश शिंदे की मौजूदगी में दोनों समुदायों के प्रमुख लोगों की एक संयुक्त बैठक हुई। इस बैठक के बाद मुस्लिम समुदाय ने हिंदू समुदाय के साथ खड़े होकर नासिक को हिंदू-मुस्लिम समुदाय के रूप में बनाए रखने का ऐतिहासिक निर्णय लिया।
फैसला किया गया है कि ईद मिलाद का जुलूस 28 सितंबर के बजाय शुक्रवार, 29 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। प्रशासन की ओर से कहा गया कि गणपति विसर्जन जुलूस 28 सितंबर को निकाला जाएगा।
नासिक शहर सूफी संतों का शहर है और दोनों समुदाय वर्षों से महान आदर्शों के साथ सांप्रदायिक एकता बनाए हुए हैं। जनता का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित करने के लिए कि सांप्रदायिक सद्भाव और सद्भाव से निर्णय लिए गए, दोनों समुदायों के प्रमुख व्यक्तियों की ओर से बड़ी दरगाह नासिक में अमन परिषद का आयोजन किया गया। शहर के लोगों ने इस फैसले का स्वागत करते हुए इसे ऐतिहासिक निर्णय बताया है।
पुलिस कमिश्नरेट ने आमजन से अपील की है कि किसी तरह की अफवाह न फैलाएं। न ही सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे किसी तरह के मैसेज को लेकर परेशान हों।
परिषद के मुख्य अतिथि के रूप में समीर शेटे, सुनील बागुल, सुधाकर बडगुजर, गजानन शेलार, वसंत गीते, अंकुश पवार, प्रशांत दिवे, राजेंद्र बागुल, सतीश शुक्ला, किरण मोहिते, बालासाहेब कोकणे, हरिभाऊ लोटाने और विधायक देवयानी फरंदे उपस्थित थे।
मुस्लिम समुदाय की ओर से इजाजुद्दीन मोइनुद्दीन काजी, आसिफ इब्राहिम शेख, हाजी तोफिक शेख, इमरान तंबोली, साजिद मुल्तानी, सोहेल काजी, असलम खान, शकील तंबोली, मुक्तार शेख, फिरोज मंसूरी, अब्दुल गनी शेख और फहीम शेख ने योगदान दिया।
वहीं राजस्थान के शहर जोधपुर से एक अनूठी मिसाल सामने आई है। आगामी दिनों में हिंदू धर्म का आनंद चौदस गणेश विसर्जन और ईद मिलादुन्नबी का पर्व निकलने वाले जुलूस का एक ही रास्ता होने के चलते जोधपुर पुलिस कमिश्नर रवि दत्त गौड, डीसीपी ईस्ट अमृता दोहन पुलिस अधिकारियों की सभी धर्म गुरुओं के साथ एक बैठक हुई। इस बैठक में शहर के अमन चैन और भाईचारे को देखते हुए मुस्लिम समाज के लोगों ने ईदमिलादुन्नबी जुलूस 28 सितंबर की जगह 29 सितंबर को निकालने निर्णय लिया।
अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस सख्ती से कार्रवाई करेगी। सोशल मीडिया पर लगातार पुलिस की नजर रहेगी। साथ ही विसर्जन यात्रा और जुलूस के दौरान सुरक्षा के सख्त इंतजाम रहेंगे। सादी वर्दी में जवान तैनात रहेंगे और ड्रोन से पूरे रूट पर निगरानी की जाएगी।