अयोध्या एनकाउंटर :: महिला सिपाही को लहूलुहान कर फेंकने वाला अनीस खान गोहत्या के लिए भी था कुख्यात,,,।
पुलिस मुठभेड़ में मारा गया अनीस स्वभाव से बहुत क्रूर था। ट्रेन में महिला आरक्षी के साथ हुई बर्बरता अनीस और उसके साथियों की हिंसक प्रवृत्ति का ताजा उदाहरण थी। इस घटना में 23 सेकेंड का एक वीडियो भी मिला है, जिसमें बोगी में फैले रक्त और रक्तरंजित अर्द्धनग्न आरक्षी की हालत तीनों की क्रूरता बयां करती है।
इंसान ही नहीं अनीस और आजाद बेजुबानों के लिए भी क्रूर थे। दोनों गोहत्या के लिए कुख्यात थे। इन पर गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई की गई थी। अगस्त माह में दोनों जमानत पर जेल से छूटे थे। कारागार से दोनों मुक्त हुए पर पाप ने उनका पीछा नहीं छोड़ा, जिसका परिणाम पुलिस मुठभेड़ के रूप में दिखा। अनीस को मौत मिली, जबकि उसके साथी आजाद और विशंभर के हिस्से में लंबे समय के लिए दिव्यांगता आई है।
अनीस खान के एनकाउंटर के बाद उसके घर के बाहर तैनात रही फोर्स
गोली के घाव भले भर जाएं, लेकिन उसका दर्द जीवन भर उन्हें ढंग से चलने नहीं देगा। गोहत्या के अभ्यस्त अनीस और आजाद ट्रेनों में लूट एवं चोरी की घटनाएं भी करते थे, जिसमें उनका साथ विशंभर दयाल देता था। अपने इसी इरादे को लेकर गत 30 अगस्त को तीनों सरयू एक्सप्रेस में सवार हुए थे। कूड़ेभार से मनकापुर तक रेकी करने के बाद उसी ट्रेन से तीनों वापस अयोध्या आ रहे थे। बोगी में महिला आरक्षी को अकेला देख उसका बैग लूटने का प्रयास किया। आरक्षी ने भी बदमाशों का मुकाबला किया, लेकिन अंतत: तीनों ने ब्लेड व अन्य धारदार हथियार से हमला कर उसे मरणासन्न कर दिया।
अपराधियों ने आरक्षी के साथ दुष्कर्म के इरादे से उसे अर्द्ध नग्न कर दिया, लेकिन आरक्षी के साहस के आगे वह नाकाम रहे। इस बीच ट्रेन अयोध्या जंक्शन पहुंचने वाली थी। रफ्तार धीमी थी, इसलिए तीनों चलती ट्रेन से उतर कर भाग निकले। अपराधियों की गिरफ्तारी में अयोध्या पुलिस का इनपुट भी काफी काम आया। एसपी जीआरपी पूजा यादव ने भी यहां पहुंच जानकारी प्राप्त की।
सीसीटीवी कैमरे से बच कर करते थे वारदात
पूछताछ में सामने आया है कि अनीस और उसके गिरोह के अन्य सदस्य ट्रेनों में अपराध करने के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखते थे कि उनका चेहरा सीसीटीवी फुटेज में न आए। इसके लिए वह अक्सर छोटे स्टेशनों पर ट्रेन में चढ़ते एवं उतरते थे। इस घटना में भी उन्होंने ऐसा ही किया। अनीस और आजाद पर गोहत्या, एससीएसटी एक्ट, युवती को भगाने, पाक्सो एक्ट, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर के मुकदमे दर्ज हैं।
तीनों आरोपियों का आपराधिक इतिहास भी है। अनीस और आजाद पर गोहत्या में गैंगस्टर एक्ट की भी कार्रवाई हो चुकी है, जबकि विशंभर दयाल को वर्ष 2008 में जीआरपी चारबाग ने एनडीपीएस एक्ट में जेल भेजा था।
राजकरन नय्यर, एसएसपी