स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ एक मंच पर आए पुजारी और मौलाना, कहा हिंदुओं की भावनाएं कर रहे हैं आहत, सुधर जाए वर्ना,,,।
बरेली : हिंदुओं को लेकर समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के आपत्तिजनक बयान (Swami Prasad Maurya Controversial Remark) के विरोध में पुजारी सुशील पाठक और मौलाना शहाबुद्दीन एक मंच पर आ गए। मंगलवार को उन्होंने धरना देकर कहा कि स्वामी प्रसाद (Swami Prasad Maurya) ने सीमा लांघी है। उन्होंने जानबूझकर हिंदुओं की भावनाएं आहत की हैं।
उन्होंने कहा कि इससे पहले श्रीरामचरित मानस (Ramcharitmanas Row) को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं। ऐसा दुस्साहस करने वाले सपा नेता पर कानूनी कार्रवाई नहीं हुई तो बुधवार से आमरण अनशन शुरू कर देंगे।
साईं मंदिर के पुजारी सुशील पाठक ने 31 अगस्त को बारादरी थाने में प्रार्थना पत्र देकर कहा था कि स्वामी प्रसाद ने हिंदू धर्म के विरुद्ध टिप्पणी (Swami Prasad Maurya Remark Over Hindu) कर करोड़ों हिंदुओं की भावना आहत की हैं, इसलिए प्राथमिकी लिखी जाए।
पुलिस ने सुनवाई नहीं की तो उन्होंने सोमवार से अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। मंगलवार को आल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी उन्हें समर्थन देने पहुंचे। वह भी काफी देर धरने पर बैठे रहे।
मौलाना ने कहा कि धर्मगुरु हमेशा राजनीति से दूर रहते हैं। इसी तरह राजनीतिक लोगों को भी धर्म का उपयोग नहीं करना चाहिए।
स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) को कड़ा सबक दिया जाना चाहिए ताकि राजनीति चमकाने के लिए किसी भी धर्म, मत या संप्रदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणी न कर सकें। सुशील पाठक बोले, बुधवार सुबह तक प्राथमिकी नहीं लिखी गई तो आमरण अनशन शुरू कर देंगे।