यूपी :: अयोध्या पहुंचा श्रीराम स्तंभ, मणि पर्वत पर होगा स्थापित, भागवान राम ने यहीं से किया था वन को प्रस्थान,,,।
अयोध्या। श्रीराम स्तंभ आज राजा राम की नगरी अयोध्या पहुंच गया है। युगों पूर्व श्रीराम पत्नी जानकी एवं अनुज लक्ष्मण के साथ जिस मार्ग से वन को गए थे, वह मार्ग पुनः जीवंत होगा। करीब दो दशक पूर्व व्यापक शोध के आधार पर इस मार्ग पर आयकर विभाग के पूर्व सहायक आयुक्त डा. राम अवतार शर्मा ने 249 स्थलों को चिन्हित किया था, जिन स्थलों से होते हुए श्रीराम वन में विचरण करते हुए आगे बढ़ रहे थे।
अब अशोक सिंहल फाउंडेशन और विश्व हिंदू परिषद के संयोजन में इन स्थलों पर श्रीराम स्तंभ स्थापित किया जाएगा। 15 फीट ऊंचा यह स्तंभ 100 से सवा सौ फीट वर्ग क्षेत्र में स्थापित किया जाएगा और इस पर वाल्मीकि रामायण के राम वन गमन से संदर्भित श्लोक के साथ इसका भावार्थ भी अंकित होगा। हिंदी भाषी क्षेत्र में यह भावार्थ हिंदी में अंकित होगा, जबकि हिंदी भाषी क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्र में भावार्थ आंचलिक भाषा सहित अंग्रेजी में अंकित होगा।
यह स्तंभ स्थापित किए जाने की प्रक्रिया रामनगरी से लगे उसे मणि पर्वत नामक पौराणिक स्थल से शुरू होगी, जहां से श्रीराम ने त्रेता युग में वन के लिए प्रस्थान किया था। लाल बलुआ पत्थर के इन स्तंभों का निर्माण जयपुर में हो रहा है। पहला स्तंभ शनिवार को जयपुर से अयोध्या पहुंचा है। पहले इस स्तंभ की स्थापना 27 सितंबर को राम मंदिर आंदोलन के प्रेरणास्रोत अशोक सिंहल की जयंती के अवसर पर किया जाना था, किंतु बदली परिस्थितियों के हिसाब से समझा जाता है कि इसकी स्थापना पितृपक्ष के बाद नवरात्र में की जाएगी।
तब तक यह स्तंभ विहिप के स्थानीय मुख्यालय कारसेवकपुरsम में सुरक्षित रहेगा । विहिप के प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा के अनुसार अशोक सिंहल फाउंडेशन की यह पहल अत्यंत प्रशंसनीय और इससे श्रीराम से जुड़ी विरासत बहुत प्रभावी ढंग से प्रवाहमान होगी।