वैदिक रीति से CM शिवराज करेंगे 108 फीट ऊंची आदि शंकराचार्य की मूर्ति का अनावरण, देखें तस्वीरें,,,।
आदि शंकराचार्य प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथों होगा, जिसमें यज्ञ, हवन, पूजन, पारायण, संत समागम, विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। कार्यक्रम के लिये जिला प्रशासन में तैयारी शुरू कर दी है तो वहीं साधु संतों ने यहां पहुंचकर हवन पूजन शुरू कर दिए हैं।
प्रतिमा अनावरण के कार्यक्रम में मांधाता पर्वत पर 11 से 19 सितंबर तक प्रतिदिन प्रस्थानत्रय भाष्य पारायण होगा तो वहीं 15 से 19 सितम्बर तक देश के विख्यात साधु-संतों द्वारा वैदिक रीति के पूजन तथा 21 कुंडीय हवन किया जायेगा।
इस दौरान 18 सितम्बर को मान्धाता पर्वत पर आचार्य शंकर की 108 फीट ऊंची एकात्मता की मूर्ति का अनावरण कार्यक्रम होगा।
ओंकारेश्वर में प्रतिमा अनावरण के कार्यक्रम में देश भर से आने वाले संतों का स्वागत केरल की पारम्परिक पद्धति के अनुसार किया जाएगा। तो वही मुख्यमंत्री वैदिक यज्ञ अनुष्ठान में आहुति भी देंगे। अनावरण कार्यक्रम में देशभर के शैव परम्परा के नृत्यों की प्रस्तुतियां भी होगी। वेदोच्चार तथा शंखनाद भी कार्यक्रम में होंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पंचायतन पूजा की जायेगी, इसके बाद वे आचार्य शंकर की एकात्मता की मूर्ति के चरणों में पुष्पांजलि अर्पित कर भोजन प्रसादी के कार्यक्रम में शामिल होंगे।
प्रतिमा अनावरण के दिन दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक संत समागम का कार्यक्रम होगा। यह कार्यक्रम सिद्धवरकूट पर आयोजित किया गया है। इस समागम में देश के प्रख्यात लगभग तीन हजार साधु-संत-संन्यासी तथा एक हजार विद्वतजन शामिल होंगे। जिसके बाद 19 सितम्बर को शाम 6 बजे पारायण की पूर्णता तथा हवन की पूर्णाहुति होगी।
कार्यक्रम को लेकर इंदौर कमिश्नर मालसिंह ने बताया है कि इन आयोजनों की व्यापक तैयारियां जारी है। साधु-संतों, विद्वतजनों और अन्य अतिथियों के आवास, भोजन, परिवहन आदि के लिये भी इंतजाम किये जा रहे है। इंदौर और खंडवा के रेलवे स्टेशनों तथा इंदौर एयरपोर्ट पर अतिथियों के स्वागत सत्कार के लिये सूचना केन्द्र बनाये जा रहे है।
इसके साथ ही ओंकारेश्वर को विशेष रूप से सजाया और संवारा जा रहा है। आयोजन के दौरान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर पर भी फूलों आदि से विशेष साज-सज्जा की जायेगी। मान्धाता पर्वत पर अंकित 'ऊँ' पर 20 सितम्बर तक प्रतिदिन काकड़ादीप प्रज्जवलित किये जायेंगे। ओंकारेश्वर, खंडवा और इंदौर में कंट्रोल रूम भी बनाये जायेंगे।
आयोजन के दौरान भोजन और पेयजल की व्यवस्था दोना, पत्तल, कुल्लड़ आदि में भारतीय पद्धति से आयोजन के दौरान रहेगी। भोजन भी पूर्ण रूप से शुद्ध और सात्विक होगा। ओंकारेश्वर में पार्किंग की भी पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। आयोजन के दौरान इंदौर से ओंकारेश्वर तथा खंडवा से ओंकारेश्वर आने-जाने के लिये यातायात की भी विशेष व्यवस्था की जा रही है।
अनावरण कार्यक्रम का प्रसारण ओंकारेश्वर में जगह-जगह एलईडी के माध्यम से किया जायेगा। समूचे आयोजन में प्रासंगिक प्रस्तुतियां का समावेश होगा।