नईदिल्ली :: 'मन की बात' में PM मोदी ने कहा- देश में चंद्रयान-3 और G-20 की चर्चा हो रही,,,।
नई दिल्ली: पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम का आज 105वां एपिसोड है। इस दौरान उन्होंने चंद्रयान 3 से बात की शुरुआत की और कहा कि इसको लेकर देश में एक क्विज कंपटीशन चल रहा है। अगर आपने इसमें हिस्सा नहीं लिया है तो अभी देर नहीं हुई है। इसमें जरूर हिस्सा लें। पीएम ने ये भी कहा कि करोड़ों लोग चंद्रयान-3 की लैंडिंग के गवाह बने हैं। देश में चंद्रयान-3 और G-20 की चर्चा हो रही है। भारत की सफलता को पूरा विश्व देख रहा है। जी-20 के सफल आयोजन से देश की खुशी दोगुनी हो गई। जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट कार्यक्रम होने जा रहा है।
2 विषयों पर मुझे बहुत पत्र मिले: PM
पीएम ने कहा कि इन दिनों 2 विषयों पर मुझे बहुत पत्र मिले हैं। पहला चद्रंयान-3 की सफल लैंडिंग और दूसरा दिल्ली में G20 का सफल आयोजन। जब चद्रंयान-3 का लैंडर चंद्रमा पर उतरने वाला था तब करोड़ों लोग अलग-अलग माध्यमों के जरिए एक साथ इस घटना के पल-पल साक्षी बन रहे थे। ISRO के यूट्यूब चैनल पर 80 लाख से ज्यादा लोगों ने इसे देखा। आपने आप में ये रिकॉर्ड है। पीएम ने कहा कि भारत ने इस समिट में अफ्रीकन यूनियन को G-20 में स्थाई सदस्य बनाकर अपने नेतृत्व का लोहा मनवाया है।
पीएम मोदी ने 104वें एपिसोड में क्या कहा था?
इससे पहले मन की बात कार्यक्रम 27 अगस्त को टेलीकास्ट हुआ था। अपने 104वें एपिसोड में पीएम मोदी ने चंद्रयान 3 की सफलता और G-20 की बैठक समेत तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी थी। पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत चंद्रयान 3 की सफलता के साथ की थी। उन्होंने कहा था कि मिशन चंद्रयान नए भारत की स्पिरिट का प्रतीक है, जो हर हाल में जीतना चाहता है, और हर हाल में जीतना जानता भी है। इस दौरान पीएम ने जी-20 बैठक का भी जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि सितंबर भारत के सामर्थ्य का साक्षी बनने जा रहा है। पीएम ने पर्यटन, डेयरी इंडस्ट्री , वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स और हर घर तिरंगा अभियान पर भी चर्चा की थी।
कार्यक्रम के 103वें एपिसोड में क्या था?
इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने शहीदों के सम्मान में 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान चलाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि 15 अगस्त बिल्कुल पास है। ऐसे में शहीद वीर-वीरांगनाओं को सम्मान देने के लिए 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान शुरू किया जाएगा। जिसके तहत देशभर में शहीदों की याद में कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसके अलावा देश की लाखों ग्राम पंचायतों में विशेष शिलालेख भी स्थापित किए जाएंगे।