धूपगुड़ी में चला ममता का मैजिक, लोकसभा चुनाव के पहले TMC ने बढ़ाई BJP की टेंशन,,,।
धूपगुड़ी विधानसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने 4000 से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की. दसवें दौर की गिनती के बाद तृणमूल उम्मीदवार निर्मल चंद्र रॉय ने भाजपा की उम्मीदवार को सीधे मुकाबले में पराजित कर दिया। वामपंथी उम्मीदवार ईश्वर चंद्र रॉय कुछ राउंड पहले ही चुनाव से बाहर हो गए थे। मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार तापसी रॉय बनाम तृणमूल कांग्रेस के निर्मल चंद्र रॉय के बीच था. अंत में टीएमसी के उम्मीदवार ने जीत हासिल की।
देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं. पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने उत्तर बंगाल में धमाकेदार एंट्री की थी और उत्तर बंगाल की छह सीटों में से पांच पर जीत हासिल कर तृणमूल कांग्रेस को करारा झटका दिया था और राज्य में पहली बार 18 सीटों पर जीत हासिल की थी।
लेकिन लोकसभा चुनाव के पहले धूपगुड़ी विधानसभा उपचुनाव में टीएमसी ने सीधी टक्कर में भाजपा के उम्मीदवार को पराजित कर उत्तर बंगाल में बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है।
अभिषेक बनर्जी का ऐलान बना गेमचेंजर
बता दें कि मतदान से कुछ दिन पहले तापसी रॉय ने तृणमूल कांग्रेस छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गई थी. भाजपा ने उन्हें उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह जीत हासिल नहीं कर सकीं. इस दिन हारने के बाद उन्होंने कहा कि अभिषेक बनर्जी के फैक्टर ने वोट को आखिरकार बीजेपी से तृणमूल की ओर मोड़ दिया है.
बता दें कि धूपगुड़ी में चुनाव प्रचार के दौरान डायमंड हार्बर के तृणमूल सांसद और पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने वादा किया था कि 31 दिसंबर तक धूपगुड़ी सब डिवीजन बनाया जाएगा. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अभिषेक बनर्जी का धूपगुड़ी को सब डिवीजन बनाने का वादा गेमचेंजर का काम किया है.
राजनीतिक विश्लेषक पार्थ चट्टोपाध्याय बताते हैं कि उत्तर बंगाल में यातायात के साधन बहुत सरल नहीं हैं. इलाके के लोगों को सरकारी कामकाज के लिए काफी दूर जाने होते हैं. ऐसे में सब डिवीजन बनाने के उनके दावे का मतदान पर काफी प्रभाव पड़ा है.
मतगणना के साथ ही पिछड़ती गई भाजपा
धूपगुड़ी में शुक्रवार सुबह मुकाबला बराबरी पर शुरू हुआ. पोस्टल बैलेट और शुरुआती कुछ राउंड की गिनती में बीजेपी की तापसी आगे रहीं. लेकिन इसके बाद धीरे-धीरे गेम पलट गया. वोटों के मामले में तृणमूल उम्मीदवार और बीजेपी उम्मीदवार के बीच का अंतर धीरे-धीरे कम हो रहा है.
हालांकि, पांचवें राउंड के बाद सत्ता पक्ष ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. हर राउंड में भाजपा को दबाव में डाल कर तृणमूल आगे रही. सभी राउंड की गिनती के बाद देखा जा सकता है कि निर्मल चंद्र ने तापसी को चार हजार से ज्यादा वोटों से हरा दिया है. सत्ताधारी दल के 'फैसले' पर जनता की मुहर लग गई है.
लोकसभा चुनाव के पहले ममता की मिली बढ़त
दूसरी ओर, ममता बनर्जी ने जीत के बाद कहा, 'हम पर विश्वास जताने और महत्वपूर्ण विधानसभा उपचुनाव में हमारे समर्थन में मतदान करने के लिए आभारी हैं. उन्होंने कहा कि उत्तर बंगाल के लोग हमारे साथ हैं और मां-माटी-मानुष सरकार के विकास, सामाजिक कल्याण और सशक्तिकरण के संयोजन के तरीके में विश्वास करती है.'
बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव के बाद से भाजपा ने एक भी उपचुनाव नहीं जीता है. दिनहाटा और शांतिपुर की सीट भाजपा ने विधानसभा चुनाव में जीती थी, लेकिन उपचुनाव हार गए. भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती धुपगुड़ी थी.
दूसरी ओर, तृणमूल ने लगातार उपचुनाव जीते थे, लेकिन आखिरी बार हार गई थी. सागरदिघी में कांग्रेस की जीत हुई. हालांकि, बाद में विधायक बायरन बिस्वास तृणमूल में शामिल हो गए, लेकिन सत्ताधारी पार्टी को चुनाव हराने का गम था, जिसे इस जीत ने पूरा कर दिया.