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इंडिया v/s भारत :: देश में चल रही चर्चाओं के बीच एक पुलिस अधिकारी द्वारा छंद के रूप में प्रस्तुति,,,।

इंडिया v/s भारत :: देश में चल रही चर्चाओं के बीच एक पुलिस अधिकारी द्वारा छंद के रूप में प्रस्तुति,,,।

(इण्डिया v/s भारत):: आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाई गई इस विषय पर हर गली, हर गांव, हर मोहल्ला, हर शहर, हर जिला, हर राज्य सहित पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। साथ ही विश्व के कई देशों सहित विदेशो में भी इसकी चर्चाएं हो रही हैं।

लेकिन आज हम आपको कविताओं के माध्यम से एक ऐसी सच्चाई बताने जा रहे हैं जिसको पढ़कर शायद हर किसी के मन में यह सवाल नही होगा की (इंडिया v/s भारत) पर इतना हो हल्ला क्यो मच रहा है। आज हम आपके सामने "केसरी न्यूज नेटवर्क" के अपने प्रिय पाठकगणों में से एक सत्येंद्र कुमार सिंह (पुलिस इंस्पेक्टर) की रचनाओं को छंद के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं।_____________________________________

भारत में गाँव है,गली है,चौबारा है ।
इण्डिया में सिटी है,मॉल है,पंचतारा है ।।

भारत में घर है,चबूतरा है,दालान है ।
इण्डिया में फ्लेट है, मकान है ।।

भारत में काका है,बाबा है,दादा है,दादी है ।
इण्डिया में अंकल-आंटी की आबादी है ।।

भारत में खजूर है,जामुन है,आम है ।
इण्डिया में मेगी है, पिज्जा है, छलकते जाम है।।

भारत में मटके है, दोने है,पत्तल है।
इण्डिया में पोलिथीन,प्लास्टिक, बाटल है।।

भारत में गाय है, घी है, मक्खन है, कंडे है।
इण्डिया में चिकन है बिरयानी है अंडे है।।

भारत में दूध है,दहीं है,लस्सी है ।
इण्डिया में विस्की,कोक,पेप्सी है ।।

भारत में रसोई है,आँगन है,तुलसी है ।
इण्डिया में रूम है, कमोड की कुर्सी है ।।

भारत में कथड़ी है,खटिया है,खर्राटे है ।
इण्डिया में बेड है, डनलप है,करवटें है ।।

भारत में मंदिर है,मंडप है,पंडाल है ।
इण्डिया में पब है,डिस्को है,हाल है ।।

भारत में गीत है,संगीत है,रिदम है ।
इण्डिया में डांस है,पॉप है,आइटम है ।।

भारत में बुआ है,मोसी है,बहिन है ।
इण्डिया में सब के सब कजिन है ।।

भारत में पीपल है,बरगद है,नीम है ।
इण्डिया में वाल पर पूरे सीन है ।।

भारत में आदर है, प्रेम है, सत्कार है ।
इण्डिया में स्वार्थ है,नफरत है,दुत्कार है ।।

भारत में हजारों भाषा है,बोली है ।
इण्डिया में एक अंग्रेजी बड़बोली है ।।

भारत सीधा है,सहज है,सरल है ।
इण्डिया धूर्त है,चालाक है,कुटिल है ।।

भारत में संतोष है,सुख है,चैन है ।
इण्डिया बदहवास,दुखी,बेचैन है ।।

क्योंकि ....
भारत को देवों ने,संतों ने,वीरों रचाया है ।
इण्डिया को लालची,अंग्रेजों ने बसाया है ।।

मैं भारतीय हूँ , भारत में रहना चाहता हूँ ।

अपनी संतानों को भी, 
भारत ही देना चाहता हूँ।।
"जय हिंद, जय भारत",,,,,,,,,,,।