वाराणसी, पांडेयपुर लमही में अनाज बैंक के स्थापना दिवस पर अनाज वितरण, 24 घण्टे खुलता है बैंक,,,।
वाराणसी :: सामाजिक संस्था विशाल भारत संस्थान की पहल पर खुले अनाज बैंक के स्थापना दिवस पर शुक्रवार को 108 जरूरतमंद परिवारों को अनाज की पोटली (माँ दुर्गा शक्ति पोटली) दी गई। इस अवसर पर लमही स्थित संस्थान परिसर में आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि एटीएस के डिप्टी एसपी विपिन राय ने कहा कि भोजन की गारंटी भारतीय संविधान की प्राथमिकता है।
विपिन राय ने कहा कि अनाज बैंक ने साबित कर दिया कि बिना किसी सरकारी मदद के सेवा का मॉडल खड़ा हो सकता है। हजारों लोगों को भूख से मुक्ति दिलाने से बड़ा धर्म क्या हो सकता है। विशिष्ट अतिथि जय प्रताप सिंह ने कहा कि अनाज बैंक के इस सेवा कार्य में समाज को आगे आकर भागीदारी करनी चाहिये और भूख के खिलाफ जंग में अपना योगदान देना चाहिये।
स्थापना दिवस पर आए अतिथियों का स्वागत कर संस्थान और अनाज बैंक के संस्थापक डॉ० राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि अनाज बैंक सेवा और दान का संगम है जो भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है। शास्त्रों में अन्न दान महादान माना गया है। परिस्थिति जन्य भूख का शिकार कोई भी हो सकता है। दुनियां में हर समस्या को टाला जा सकता है लेकिन भूख की समस्या को स्थगित नही किया जा सकता है ऐसे में अनाज बैंक भूख पीड़ितों के लिए वरदान साबित हो रहा है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 में भूख पीड़ितों की मदद के लिए विश्व के पहले अनाज बैंक की स्थापना अन्नपूर्णा के शहर काशी में संस्थान द्वारा की गयी। अनाज बैंक ने शुरूवात से ही भूख पीड़ितों की जाति और धर्म नहीं देखा, बस भूख की परिस्थितियां देखी, तभी तो कोरोना काल मे अनाज बैंक ने 100 दिनों की अनवरत सेवा में 1.5 लाख लोगों तक भोजन पहुंचाने का काम किया। अनाज बैंक के मुख्यालय से प्रतिदिन अनाज वितरित किया जाता है, 2600 परिवार नेताजी सुभाष चन्द्र बोस पेट भरो योजना से जुड़े हैं। अनाज बैंक में अनाज जमा करने वालों के लिए संतोष, दुआ, पुण्य और मोक्ष जैसे ब्याज हैं। त्योहारों पर अनाज बैंक अपने खाता धारकों के अलावा उन लोगों को भी अनाज देता है जिनके घर मे भूख का संकट है।
अनाज बैंक की प्रबन्ध निदेशक डॉ० अर्चना भारतवंशी ने बताया कि नवरात्रि में 9 दिन तक लगातार विशेष वितरण किया जाएगा। इस पर्व पर कोई भी भूखा न सोए के संकल्प के साथ 9 दिनों तक वितरण किया जाएगा। संगोष्ठी की अध्यक्षता अनाज बैंक के डिप्टी चेयरमैन ज्ञान प्रकाश ने की। गोष्ठी में खुशी रमन भारतवंशी, नाजनीन अंसारी, डा० मृदुला जायसवाल, आभा भारतवंशी, नजमा परवीन, इली भारतवंशी, उजाला भारतवंशी, दक्षिता भारतवंशी आदि ने भागीदारी की।