Headlines
Loading...
प्रयागराज :: घोड़े पर सवार डाकू स्टाइल में कब्जा करने आए अतीक अहमद के गुर्गे,खेत के मालिक को पीटा, और जान से मारने की धमकी दी,,,।

प्रयागराज :: घोड़े पर सवार डाकू स्टाइल में कब्जा करने आए अतीक अहमद के गुर्गे,खेत के मालिक को पीटा, और जान से मारने की धमकी दी,,,।

प्रयागराज :: वैसे तो यूपी सीएम आदित्यनाथ योगी सरकार कहती है कि माफिया और गुंडो का उत्तर प्रदेश में कोई स्थान नहीं है फिर भी अतीक अहमद और अशरफ की मौत के बाद भी उनके गुर्गों और करीबियों की दबंगई कम नहीं हो रही है। खबर है कि अतीक के गढ़ मारिया डीह में खेत पर कब्ज़ा करने के लिए अतीक के गुर्गे कछार में घोड़े पर सवार होकर डाकू वाली स्टाइल में आए और खेत के मालिक मोहम्मद अकरम को लाठी डंडे और बंदूक की बट से जमकर पीटा। आरोप है कि इस दौरान अतीक के करीबी मारिया डीह के प्रधान आबिद के भाई और उसके करीबियों ने दहशत फैलाने के लिए बंदूक से फायरिंग भी की। 

दबंगों ने एक दिन पहले की थी मारपीट

पिटाई से घायल मोहम्मद अकरम का मेडिकल कराया गया है और पीड़ित की तरफ से पुरामुफ्ती थाने में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी गई है। बताया जा रहा है कि इसी मामले को लेकर दोनों पक्षो में एक दिन पहले भी विवाद हुआ था, जिसमें मारिया डीह के मोहम्मद आलम और उमर ने पीड़ित मोहम्मद अहरार को मारा-पीटा और उसकी मोटर साईकिल तोड़ दी। इस मामले में पुरामुफ्ती थाने में आलम और उमर के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। आरोप है कि इसी FIR के बाद आज फिर से दबंगो ने हमला किया है।

पिस्टल की नाल मुंह में डालकर धमकाया

पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित अकरम ने बताया कि जब वह मारिया डीह कछार के खेत पर गए थे तभी माफिया आबिद प्रधान अपने साथियों के साथ पिस्टल और लाठी डंडे लेकर पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने पीड़ित के साथ गाली-गलौज भी की और जान से मारने की नियत से हमला कर दिया। 

पीड़ित ने आरोप लगाया कि माफिया और उसके साथियों ने उन्हें मार-मारकर अधमरा कर दिया। शिकायत में कहा गया कि आबिद प्रधान ने तो अपनी कमर से पिस्टल निकालकर जुनैद के मुंह में पिस्टल की नाल डाल दी और बोला, "हम लोगों ने कहा था कि अगर खेत पर आना है तो 2 बीघा जमीन हमारे नाम पर रजिस्ट्री करनी होगी। फिर भी तुम लोग खेत पर आ गए। अब खेत पर आ ही गए हो तो जिंदा नहीं जाओगे।" 

अब देखना है यह है कि माफियाओं और गुंडो के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद बाबा का बुलडोजर कब चलता है, और अपराधियों की गिरफ्तारी कब होती है। भुक्त भोगी अकरम और उसका परिवार अपनी जान माल की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित है। और प्रशासन की तरफ टक टकी भरी निगाहों से इंसाफ के लिए देख रहा है।