नैमिषारण्य: सीएम योगी ने लगाया झाड़ू, बोले- तीर्थ स्थल के लिए रुपए की कमी नहीं, चिराग तले अंधेरा का किया जिक्र,,,।
CM Yogi Adityanath In Naimisharanya::मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को 88 हजार ऋषियों की तपोभूमि नैमिषारण्य पहुंचे. उन्होंने चक्रतीर्थ पहुंचकर दर्शन पूजन किया और संतों व पुरोहितों के साथ वार्ता की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीर्थस्थल पर झाड़ू लगाकर लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नैमिषारण्य के विकास के लिए रुपए की कमी नहीं है। हम लोग यहां इतना रुपए देना चाहते हैं कि नैमिषारण्य की वैदिक और पौराणिक काल से जो पहचान है, वह फिर से स्थापित हो सके। उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ के नजदीक होने के बाद भी पहले नैमिषारण्य की स्थिति चिराग तले अंधेरा जैसे थी, हम लोगों ने यहां कई कार्य कराए, अब लखनऊ से नैमिषारण्य के कारण इलेक्ट्रिक बस सेवा प्रारंभ होने जा रही है। इसके साथ ही लखनऊ से यहां के लिए हेलिकॉप्टर सेवा भी शुरू कर रहे हैं।
पूरे देश से लोग आना चाहते हैं नैमिषारण्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम नैमिषारण्य का विकास कर रहे हैं। यहां की सड़कों का चौड़ी करण कराया जा रहा है, जनसुविधाओं को तेजी से बढ़ाने का काम जारी है। जन सुविधाओं के बढ़ने से आसपास के लोग तो यहां के बारे में और जानेंगे, वहीं पूरे देश से लोग नैमिषारण्य पहुंचेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश से लोग नैमिषारण्य आना चाहते हैं। अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण के बाद यह संभावनाएं और तेजी से आगे बढ़ सकेंगी। नैमिषारण्य के लिए यह अहम अवसर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए हमें मिलकर स्वच्छता संबंधी बेहतर माहौल बनाना होगा, सबको मिलकर इसकी शुरुआत करनी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारी पहली आवश्यकता स्वच्छता है। स्वच्छ प्रदेश होगा तो लोग आकर देखेंगे, उनको अच्छा अनुभव होगा। प्रदेश के आध्यात्मिक स्थलों, तीर्थ स्थानों को स्वच्छ बनाना हमारी पहली प्राथमिकता होनीा चाहिए। नदी के तट से लेकर सार्वजनिक स्थल, सरकारी कार्यालय, भीड़ भाड़ वाले स्थान आदि सभी जगह स्वच्छता के प्रति सभी लोगों को जागरूक होना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्लास्टिक को पूरी तरह मुक्त करना होगा, इससे हमें दूरी बनानी होगी। इसके बहुत विकल्प आ चुके हैं, उसे हमें स्वीकार करना होगा। मुख्यमंत्री योगी मां ललिता देवी मंदिर में पूजन अर्चन के साथ स्वच्छता श्रमदान करेंगे, इसके बाद वह जनसभा को भी संबोधित भी करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नैमिषारण्य दौरा अहम
लोकसभा चुनाव की तैयारियों और विपक्षी दलों की सक्रियता के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नैमिषारण्य दौरा अहम माना जा रहा है। इसके जरिए कई समीकरण साधने का प्रयास किया गया है। एक तरफ प्रदेश सरकार के तीर्थ क्षेत्रों के विकास के एजेंडे को धार देने की कोशिश की गई है, वहीं गांधी जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान पर भी फोकस किया गया है। इसके साथ ही सीएम योगी की नजर लोकसभा चुनाव 2024 पर भी है। इसलिए जनसभा के जरिए वह लोगों के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की उपलब्धियों को रखेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ का ये दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि सपा जून माह में यहां प्रशिक्षण शिविर लगा चुकी है और कांग्रेस तीन अक्टूबर को सीतापुर में जोनल अधिवेशन करने जा रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम को विपक्षी दलों को जवाब देने से भी जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री दर्शन-पूजन व स्वच्छता कार्यक्रम में हिस्सा लेने के साथ सियासी लक्ष्य भी साधेंगे।
मुख्यमंत्री का करीब पौने तीन घंटे तक तीर्थनगरी में प्रवास का कार्यक्रम है। इसमें वह सबसे अधिक समय तीर्थ के विकास कार्यों की समीक्षा व धार्मिक-आध्यात्मिक गतिविधियों पर देंगे। इसमें दर्शन-पूजन से लेकर संत-महंतों से मुलाकात पर करीब चालीस मिनट का समय रखा गया है।