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वाराणसी :: र‍िटायर्ड इंस्पेक्टर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज, शासन में की गई थी गोपनीय शिकायत,,,।

वाराणसी :: र‍िटायर्ड इंस्पेक्टर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज, शासन में की गई थी गोपनीय शिकायत,,,।

वाराणसी। मऊ जनपद से बीते 31 अगस्त को इंस्पेक्टर पद से सेवानिवृत्त हुए प्रशांत कुमार श्रीवास्तव आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में फंस गए हैं। भ्रष्टाचार निवारण संगठन (लखनऊ इकाई) की निरीक्षक संध्या सिंह ने समस्त आय से 66 लाख एक हजार 619 रुपये ज्यादा भरण पोषण पर खर्च करने का शिवुपर थाना में मुकदमा दर्ज कराया है। केस की जांच में तथ्य पुख्ता मिले तो आरोपित प्रशांत की गिरफ्तारी भी की जा सकती है।

बिहार प्रांत के जनपद सिवान अंतर्गत थाना रघुनाथपुर के ग्राम राजपुर निवासी प्रशांत कुमार श्रीवास्तव पुलिस इंस्पेक्टर थे। वह शिवपुर में अपना मकान बनवाकर परिवार के साथ रहते हैं। वर्ष 2020 में उनके खिलाफ आय अधिक संपत्ति रखने की गोपनीय शिकायत किसी ने शासन में की थी।

अपर पुलिस महानिदेशक लोक शिकायत ने शिकायत पर जांच बैठाते हुए भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एसीओ) को जांच सौंप दी। शुरुआत में जांच एसीओ के निरीक्षक विनोद कुमार यादव कर रहे थे। वर्ष 2021 में जांच एसीओ (एंटी करप्शन आर्गनाइजेशन) की निरीक्षक संध्या सिंह को मिली तो उन्होंने 10 साल का ब्योरा चेक किया। जांच में तथ्य सामने आया कि प्रशांत इन वर्षों जौनपुर, आजमगढ़ और मऊ जिले में तैनात रहे थे।

इस दौरान उनकी आय के समस्त स्रोतों से एक करोड़, छह लाख, 62 हजार 94 रुपये थी, जबकि उन्होंने इसी अवधि में अपने भरण-पोषण पर 61.91 फीसद ज्यादा धनराशि यानी कि एक करोड़, 72 लाख, 63 हजार, छह सौ 93 रुपये खर्च कर डाले।

वाराणसी में कई जमीन, म्यूचुल फंड में निवेश की बात जांच में सामने आई। इस बारे में जांच अधिकारी के सवाल करने पर आरोपित प्रशांत संतुष्टि जनक जवाब भी नहीं दे पाए। निरीक्षक संध्या ने इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपी तो रिपोर्ट दर्ज कराने का आदेश हुआ। शिवपुर पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के अंतर्गत 13 (1) (बी) और 13 (2) के तहत मुकदमा दर्ज किया है।