Headlines
Loading...
वाराणसी में पर्यटन विभाग ने 58 लोकल गाइडों को दिया लाइसेंस, (ड्रेस कोड) कपड़ों से होगी अब इनकी पहचान,,,।

वाराणसी में पर्यटन विभाग ने 58 लोकल गाइडों को दिया लाइसेंस, (ड्रेस कोड) कपड़ों से होगी अब इनकी पहचान,,,।

वाराणसी आने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी है। अब वाराणसी भ्रमण के लिए आपको फर्जी गाइड के चक्कर में पढ़ने की जरूरत नहीं है, बल्कि आपको सामान्य शुल्क पर विभाग द्वारा नियुक्त गाइडों की सुविधा मिलेगी जो आपको सहजता के साथ बनारस का दीदार कराएंगे।

वाराणसी में तैनात हुए नए गाइड

जी हां वाराणसी में लगातार पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही थी। पर्यटकों के सापेक्ष गाइडों का न रहना बनारस में पर्यटकों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ था। इसके साथ ही गाइड यहां आने वाले पर्यटकों को ठगी का शिकार भी बना रहे थे। अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि वाराणसी में पर्यटन विभाग ने लोकल गाइडों की नियुक्ति की है, वर्तमान में 58 लोकल गाइड नियुक्त किए गए हैं। इसके साथ अब कुल गाइडों की संख्या करीब 400 हो गई है। वाराणसी पर्यटन विभाग ने अब गाइडों के लिए एक ड्रेस कोड भी लागू कर दिया है, जिससे उनकी पहचान की जा सकेगी. इसके साथ ही उनको लाइसेंस भी जारी कर दिया गया है।

इस बारे में पर्यटन उप निदेशक आरके रावत कहते हैं कि आज की तारीख में सबसे अधिक पर्यटक वाराणसी में आ रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश में आप टूरिस्ट देखें तो सिर्फ बनारस में पिछले वर्षों से कई गुना संख्या में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसी को ध्यान में रखते हुए यहां टूरिस्ट के हेल्प के लिए गाइड की आवश्यकता पड़ी है। विभाग की तरफ से लोकल लेवल पर गाइड की ट्रेनिंग कराई गई है, जिसमें हम लोगों ने एक प्रशिक्षण कार्यक्रम कराया है। अभी पहले चरण में इनकी जो संख्या है वो करीब 60 के आसपास है। इनका लाइसेंस भी बनकर आ गया है, इसे हम लोकल लेवल के गाइड्स को बांटेंगे।'

गाइडों के पहचान पत्र पर रहेगा क्यू आर कोड

उन्होंने बताया कि वाराणसी में नियुक्त हुए गाइड्स के लिए एक ड्रेस कोड निर्धारित किया गया है. जो भी गाइड होगा उसका एक ड्रेस कोड होगा। इनको एक क्यू आर कोड के साथ पहचान पत्र दिया जाएगा। ये टूरिस्ट के हेल्प के लिए होंगे, आज की तारीख में गाइड्स की संख्या भी हमने बढ़ाई है। उनकी ट्रेनिंग भी करा ली गई है. कुछ नए गाइड हैं जो भारत सरकार की तरफ से हैं। वाराणसी में कुल गाइड की संख्या कम से कम 300 से 400 है।' बता दें कि पर्यटन विभाग को कई बार ऐसी शिकायतें मिली हैं कि पर्यटकों के साथ वाराणसी में मौजूद फर्जी गाइड ठगी कर देते हैं, कमीशन के लिए वे अपने किसी स्थान पर ले जाते हैं।

20 फीसदी से अधिक महिला गाइड्स की नियुक्ति का प्लान

पर्यटन उप निदेशक आरके रावत बताते हैं कि वर्तमान में वाराणसी में महिला गाइड्स की भी डिमांड आ रही है। मांग है कि विभाग में महिला गाइड्स की कमी है। हमने इसें ध्यान में ऱखते हुए गाइड्स के प्रशिक्षण में महिला गाइड्स की संख्या बढ़ाने की बात की है। इसमें लगभग 20 फीसदी से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि ये गाइड आज के समय में भारत सरकार द्वारा भी नियुक्त किए जाते हैं और राज्य सरकार के द्वारा भी नियुक्त किए जाते हैं। हमारे पास बहुत से आवेदन आए है, जिनके प्रशिक्षण की व्यवस्था हम विभाग के माध्यम से करा रहे हैं, वाराणसी में महिला गाइड्स की संख्या लगभग 15 से 20 है।

सामान्य शुल्क पर घूम सकेंगे बनारस

पहचान पत्र पाकर नव नियुक्त गाइड भी काफी उल्लासित है। उनका कहना है कि वह बीते एक दशक से इस पहचान पत्र का इंतजार कर रहे थे जब उन्हें आधिकारिक रूप से गाइड बनाया जाएगा। उनका कहना है कि अब वह शान के साथ काशी आने वाले पर्यटकों को यहां के हर खूबी के बारे में बता सकेंगे। हमारे जरिए पर्यटक ठगी का शिकार भी नहीं होंगे और बेहद सामान्य शुल्क में बनारस घूम सकेंगे। उन्होंने बताया कि सामान्य रूप से एक दिन बनारस घूमने का चार्ज 1000 रुपए और बनारस संग पूर्वांचल घूमने का 3000 रुपए का पैकेज होता है। इस शुल्क पर हम पर्यटकों को बनारस व आसपास के जिलों का भ्रमण कराते हैं। उन्होंने बताया की गाइड को हायर करने के लिए कोई भी व्यक्ति यूपी टूरिज्म वाराणसी की वेबसाइट पर जाकर के हमारा नंबर ले सकता है और उसके बाद हमें संपर्क कर सकता है।

बीते कई सालों में 10 गुना बढ़ी पर्यटकों की संख्या

जरूरत ऐसे गाइडों की रहती है जो वाराणसी आने वाले पर्यटकों को वाराणसी के स्थानों से परिचित करा सकें, उन्हें यहां के हैरिटेज यहां के घाट का परिचय करा सकें। जी-20 में इस बार विदेशी महिला मेहमानों को गाइड करने के लिए महिला गाइड की भी जररूत समझ में आई है। वर्तमान में वाराणसी में पर्यटकों की संख्या बहुत ही अधिक हो गई है, बीते कई सालों के मुकाबले वाराणसी में पर्यटकों की संख्या 10 गुना बढ़ी है। इनमें घरेलू और विदेशी पर्यटकों दोनों की संख्या शामिल है। ऐसे में पर्यटकों की बढ़ती संख्या और देश-विदेश के लोगों के वाराणसी आने को लेकर पर्यटन विभाग लोकल स्तर के गाइडों की नियुक्ति कर रहा है।

वाराणसी की छवि का रखा जा रहा है ध्यान

वाराणसी में टूरिस्ट की बढ़ती संख्या के कारण यहां के कारोबार में भी वृद्धि हुई है। होटल से लेकर छोटे कारोबारियों को इसका फायदा पहुंचा है। ऐसे में वाराणसी की एक टूरिस्ट डेस्टिशन की छवि बनी हुई है। जहां पर देश-विदेश से लोग घूमने के लिए आते रहते हैं। ऐसे में पर्यटन विभाग भी इस बात को लेकर सतर्क है कि वाराणसी की छवि ठगों के कारण न खराब होने पाए, यहां आने वाले पर्यटक खुद को सुरक्षित महसूस करें और एक अच्छी छवि लेकर अपने घर जाएं। ऐसे में सबसे जरूरी है कि उन्हें मिलने वाले गाइड अच्छा व्यवहार करें और उनके साथ उचित तरीक से पेश आएं। साथ ही किसी भी तरह की ठगी को अंजाम न दें, इसीलिए ड्रेस कोड के साथ ही बार कोड के साथ पहचान पत्र जारी किया जा रहा है।