Headlines
Loading...
यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में पकड़ा गया अतीक का फाइनेंसर नफीस बिरयानी, मुठभेड़ में पैर में लगी गोली,,,।

यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में पकड़ा गया अतीक का फाइनेंसर नफीस बिरयानी, मुठभेड़ में पैर में लगी गोली,,,।

माफिया अतीक अहमद का करीबी और उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित मो. नफीस उर्फ नफीस बिरयानी की बुधवार रात पुलिस से मुठभेड़ हो गई। 50 हजार का इनामी नफीस बिरयानी लखनऊ होते हुए साथी के साथ भेष बदलकर प्रयागराज आ रहा था। प्रतापगढ़ बार्डर पर रात में पुलिस पीकेट जांच कर रही थी। नफीस और उसका साथी पुलिस को चकमा देकर भागने लगे।

वायरलेस गूंजा तो गंगापार की पुलिस टीमें सक्रिय हो गईं। पुलिस ने बाइक सवारों का पीछा किया। नवाबगंज के आनापुर इलाके में पुलिस ने घेराबंदी की तो बाइक सवारों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस टीम की जवाबी फायरिंग में गोली लगने से एक बदमाश गिर गया जबकि दूसरा बाइक छोड़ निकल भागा। जख्मी बदमाश इनामी नफीस बिरयानी निकला। उसके पैर में गोली लगी थी। पुलिस टीम उसे अस्पताल ले गई। दूसरे बदमाश की तलाश में देर रात तक सर्च ऑपरेशन चलाया जाता रहा। मुठभेड़ स्थल पर पुलिस को पिस्टल, कारतूस और बाइक मिली है। 

नफीस बिरयानी सिविल लाइंस में मशहूर ईट ऑन बिरयानी शॉप का मालिक है। अतीक के भाई अशरफ के साथ कई धंधों में उसकी पार्टनरशिप रही है। जांच में साफ हुआ कि नफीस अतीक गैंग का फाइनेंसर रहा है। उमेश पाल हत्याकांड में नफीस के रिश्तेदार की क्रेटा कार का इस्तेमाल हुआ था। हत्याकांड के बाद से ही नफीस फरार हो गया था।

प्रेमिका से कैश लेने के चक्कर में फंसा नफीस 

नफीस बिरयानी को काफी दिनों से पुलिस तलाश रही थी। उसके करीबियों से पुलिस टीम लगातार सुराग पाने की कोशिश में थी। ऐशोआराम की जिंदगी जीने वाला नफीस दिल्ली के प्पांच सितारा होटल में कई दिनों तक ठहरा। इधर पुलिस उस तक पहुंचने के लिए हर मुखबिर का इस्तेमाल कर रही थी। इसी बीच पुलिस को नफीस की एक प्रेमिका का पता चला। पूछताछ में साफ हुआ कि फरारी के दौरान नफीस तक लाखों रुपये उसकी प्रेमिका के जरिए पहुंच रहे हैं। 

पत्नी और परिवारवालों पर पुलिस की पहले से नजर थी इसलिए वह रुपये का इंतजाम प्रेमिका के मार्फत ही करा रहा था। प्रेमिका के चक्कर में नफीस फंस भी गया। दिल्ली में जब पुलिस ने घेराबंदी बढ़ाई तो नफीस और दूर भागने की कोशिश में लग गया। बताते हैं कि वह नेपाल जाना चाहता था। ऐसे में उसे लंबी रकम की जरूरत पड़ी। उसने प्रेमिका से फोन पर संपर्क साध जल्द से जल्द ज्यादा रुपये इकह्वा करने को कहा।

इसके बाद वह दिल्ली से लखनऊ निकल गया। वहां से बाइक पर प्रयागराज के लिए निकला। पुलिस भले कहे कि पीकेट की जांच में उसे पता चला लेकिन सूत्रों का कहना है कि पुलिस प्रेमिका की हर गतिविधि को वॉच कर रही थी। उसी के जरिए पुलिस को सटीक सूचना मिली कि नफीस रात में प्रयागराज आने वाला है। इसके बाद घेराबंदी शुरू हो गई। चूंकि नफीस ने पुलिस को देख फायरिंग शुरू कर दी, ऐसे में जवाबी फायरिंग में गोली लगने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।