बेटे को पलंग पर लिटाकर मां गई तारों को अर्घ्य देने, आकर देखा तो सब कुछ लुट चुका था,,,।
यूपी हाथरस में सादाबाद क्षेत्र के गांव बहरदोई में अहोई अष्टमी के मौके पर एक घर का इकलौता चिराग बुझ गया। अष्टमी की पूजा-अर्चना के चंद मिनट बाद ही पलंग से गिरकर 10 माह के बच्चे की मौत हो गई।इससे परिवार में कोहराम मच गया।
अहोई अष्टमी पर महिलाएं संतान की दीर्घायु के लिए निर्जला उपवास रखती हैं, लेकिन इस दिन ही जब किसी के जिगर का टुकड़ा हमेशा के लिए उससे दूर हो जाए तो दुख की कल्पना करना भी मुश्किल है। गांव बहरदोई में रनवीर सिंह की पत्नी दुर्गेश ने 10 माह के बेटे की दीर्घायु के लिए निर्जला उपवास रखा था। रात करीब 10 बजे वह पूजा-अर्चना कर बेटे दिव्यांश को पलंग पर लिटाकर छत पर तारों को अर्घ्य देने चली गईं। वापस लौटकर आईं तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
बेटा दिव्यांश पलंग से नीचे अचेतावस्था में पड़ा था। यह देखकर उनकी चीख निकल गई। घर में चीख-पुकार मच गई। आनन-फानन बच्चे को उपचार के लिए चिकित्सक के पास ले जाया गया। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अहोई अष्टमी के मौके पर बच्चे की मौत से परिवार बुरी तरह टूट गया। गांव में लोग यह खबर सुनकर सन्न रह गए।