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वाराणसी में बस से दुर्लभ प्रजाति के कछुओं की हो रही थी तस्करी, डीआरआई की टीम ने ऐसे बचाए 436 जीव,,,।

वाराणसी में बस से दुर्लभ प्रजाति के कछुओं की हो रही थी तस्करी, डीआरआई की टीम ने ऐसे बचाए 436 जीव,,,।

DRI Lucknow burst illegally turtles Smuggling in Varanasi: लखनऊ की राजस्व खुफिया निदेशालय(डीआरआई) की एक टीम ने वाराणसी में बस में अवैध रूप से 436 कुछओं को ले जा रहे एक व्यक्ति को पकड़ा है।साथ ही वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत 436 जीवित कछुए बरामद किए। डीआरआई ने तस्कर को आगे की कार्रवाई के लिए वन अधिकारियों को सौंप दिया है। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अनुसार, इन कछुओं (पंगशुरा टेंटोरिया के नाम से भी जाना जाता है) को लुप्त प्रजातियों के रूप में संरक्षित किया गया है।

DRI ने कछुओं को वन अधिकारियों को सौंपा

जानकारी के अनुसार, डीआरआई की टीम को कानपुर से वाराणसी अवैध रूप से 436 कछुओं को ले जाने के बारे में पता चला था। जिसके बाद टीम ने वाराणसी में एक बस में तस्कर और उसके पास से कछुओं को बरामद किया। टीम ने तस्कर को हिरासत में ले लिया है। साथ ही उसके पास से लुप्त प्रजाति के कछुओं को बरामद कर वन अधिकारियों को सौंप दिया। हालांकि, अभी इस बारे में जानकारी सामने नहीं आई है कि वे कछुओं का क्या करने वाले थे। पुलिस इस बारे में जांच कर रही है। आरोपी जिन कछुओं की सप्लाई कर रहा था। उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई है, जिसमें देखा जा सकता है कि टप में कई प्रजाति के कछुए पड़े हैं। जिसमें छोटे कछुए और बड़े कछुए शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश से दो-तीन दिन पहले भी आया था कछुओं की तस्करी का मामला

आपको बता दें कि दो-तीन दिन पहले भी उत्तर प्रदेश से अवैध रूप से कछुओं की सप्लाई करने वाला मामला सामने आया था। यहां पर एसटीएफ की टीम ने अवैध रूप से 741 कछुओं की तस्करी करने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इनके पास से 11 प्रजातियों के कछुओं की बड़ी खेप बरामद कर बड़ी कामयाबी हासिल की थी। एसटीएफ की टीम को गुप्त जानकारी मिली थी कि उत्तर प्रदेश में अवैध रूप से कछुओं की तस्करी की जा रही है। जिसके बाद एसटीएफ की टीम एक्शन आई है। टीम ने मौका पाकर तीन आरोपियों को दबोच लिया। साथ ही वैन में सप्लाई किए जा रहे कछुओं को बरामद किया।