IIT बीएचयू गैंगरेप: भाजपा का सच आज जनता के सामने; अखिलेश यादव का हमला,,,।
बीएचयू आईआईटी की छात्रा का गन प्वाइंट पर कपड़े उतरवाकर वीडियो बनाने और गैंगरेप करने के तीनों आरोपी रविवार को गिरफ्तार कर लिए गये। तीनों आरोपियों के भाजपा से जुड़े होने पर विपक्षी दलों ने बीजेपी निशाना साधा है। एक नवंबर को हुई वारदात के बाद बीएचयू में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुआ था। अब करीब दो महीने बाद पुलिस को सफलता मिली है।
इसे लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तीनों आरोपियों की फोटो एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ये हैं भाजपा के दिग्गज नेताओं की छत्रछाया में सरेआम पनपते और घूमते भाजपाइयों की वो नयी फसल, जिनकी ‘तथाकथित ज़ीरो टॉलरेंस सरकार’ में दिखावटी तलाश जारी थी लेकिन पुख़्ता सबूतों और जनता के बीच बढ़ते गुस्से के दबाव में भाजपा सरकार को आख़िरकार इन दुष्कर्मियों को गिरफ़्तार करना ही पड़ा, ये वही भाजपाई हैं जिन्होंने बीएचयू की एक छात्रा के साथ अभद्रता की सभी सीमाएँ तोड़ दी थीं।
अखिलेश ने कहा कि देशभर की एक-एक नारी देख रही है कि भाजपा नारी-सम्मान के साथ कैसा मनमाना खिलवाड़ कर रही है और महिला अत्याचार, उत्पीड़न और बलात्कार के आरोपियों को बचा रही है। आगामी चुनाव में महिलाएँ भाजपा को एक भी वोट नहीं देंगी। महिलाएँ ही भाजपा की हार का कारण बनेंगी।
एक अन्य पोस्ट में अखिलेश ने लिखा कि ये ये भाजपा के सर्वोच्च नेताओं से अभयदान प्राप्त वो भाजपाई हैं जिन पर बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में एक छात्रा के साथ अभद्रता की सीमाएं पार करने का आरोप है। अखिलेश ने पूछा कि क्या नारी के सम्मान से खिलवाड़ करने वाले भाजपाइयों को खुली छूट जारी रहेगी।
वहीं समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व राज्यमंत्री मनोज राय धूपचंडी ने गिरफ्तार भाजपा नेताओं को कठोर सजा की मांग की। पूर्व मंत्री ने कहा कि दुष्कर्मी भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी से 'नारी-वन्दन' का दिखावा करने वाली भाजपा का असली चेहरा पुनः सामने आ गया है। आरोपी पहले सामने आए थे लेकिन उन्हें बचाया जाता रहा।
सपा के पूर्व मंत्री ने कहा कि BJP नेता कुणाल पांडे, सक्षम सिंह पटेल और एक अन्य भाजपाई ने बीएचयू आईआईटी की छात्रा से गनप्वाइंट पर दुष्कर्म किया। 60 दिन खुलेआम घूमते रहे। भाजपा के आयोजनों में शामिल होते रहे। महामना की बगिया में दुस्साहस दिखाने वाले बलात्कारियों को भाजपा का संरक्षण मिलता है। इसके कारण इनके हौसले बुलंद हैं। भाजपा की बेटी बचाओ अभियान की असलियत भी सामने आ गई है।
पूर्व मंत्री मनोज राय धूपचंडी ने आरोप लगाया कि भाजपा के शीर्ष नेताओं के साथ इनकी अंतरंगता और संरक्षण के कारण इन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया था। पुलिस के ऊपर भाजपा का दबाव था कि इन्हें गिरफ्तार ना किया जाए। विपक्ष का दबाव था कि आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो। विपक्ष और छात्रों का सामूहिक प्रयास रंग लाया।
कहा कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व पीएम, सीएम, डिप्टी सीएम समेत तमाम मंत्रियों के साथ इनकी तस्वीरें सच्चाई बयां कर रही है। बेटी बचाओ अभियान की असलियत यही है कि भाजपाइयों से बेटी बचाओ। पीएम के संसदीय क्षेत्र में बेटियों सुरक्षित नहीं है तो देश प्रदेश की कानून व्यवस्था तो राम भरोसे चल रही है।