प्राइवेट जॉब करने वाले बिना UPSC पास किए सीधे बन सकते हैं IAS लेवल का अधिकारी,,,।
UPSC Lateral Entry Scheme : आईएएस बनने के हर साल 10 लाख से अधिक लोग यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होते हैं। जबकि यूपीएससी में आईएएस समेत भी पदों पर कुल वैकेंसी 1000 के करीब होती है। इसके लिए कई लोग तो लाखों की सैलरी वाली प्राइवेट जॉब भी छोड़ देते हैं।
आईएएस अधिकारी ही आगे चलकर केंद्र सरकार में सेक्रेटरी और डिप्टी सेक्रेटरी जैसे पदों पर काम करते हैं। जो देश के प्रशासनिक पदों में सबसे अधिक पावर वाली पोस्ट है। लेकिन क्या आपको पता है कि बिना यूपीएससी क्रैक किए ही ज्वाइंट सेक्रेटरी और डिप्टी सेक्रेटरी बना जा सकता है ? मतलब जिस पद पर आईएएस अधिकारी कई साल नौकरी के बाद पहुंचते हैं, उस पर सीधे पहुंचा जा सकता है।
बिना आईएएस बने ज्वाइंट सेक्रेटरी और डिप्टी सेक्रेटरी लेवल के पदों पर भर्ती की स्कीम को लैटरल एंट्री कहते हैं। नीति आयोग द्वारा शुरू की गई इस स्कीम के तहत प्राइवेट सेक्टर में काम का अच्छा खासा अनुभव रखने वाले लोग सीधे ज्वाइंट सेक्रेटरी लेवल के पद पर तीन साल के लिए भर्ती हो सकते हैं। जिसे पांच साल तक बढ़ाया जा सकता है। इस पद पर भर्ती होने के बाद हर महीने दो लाख रुपये तक सैलरी मिलती है, आइए जानते हैं यूपीएससी लैटरल स्कीम के बारे में
यूपीएससी लैटरल एंट्री के लिए योग्यता
लैटरल एंट्री के जरिए ज्वाइंट सेक्रेटरी, डायरेक्टर और डिप्टी सेक्रेटरी लेवल के पदों पर भर्ती होती है। इसके लिए बैचलर डिग्री होनी जरूरी है। साथ में संबंधित सेक्टर में कम से कम 15 साल का वर्क एक्सपीरियंस होना चाहिए। कुछ पदों के लिए 10 साल का भी एक्सपीरियंस मांगा जाता है, यह पद के अनुसार होता है।
सेलेक्शन प्रोसेस
लैटरल एंट्री स्कीम के तहत भर्ती इंटरव्यू के जरिए होती है। इसमें सबसे पहले आवेदन मांगे जाते हैं। इसके बाद दस्तावेज और योग्यता के आधार पर आवेदकों को शॉर्टलिस्ट किया जाता है, फिर उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
कितनी मिलती है सैलरी
लैटरल एंट्री स्कीम से भर्ती होने के बाद सैलरी पदों के अनुसार भिन्न-भिन्न होती है, जो इस प्रकार है
ज्वाइंट सेक्रेटरी- करीब 2,66,000/- प्रति माह।।
डायरेक्टर लेवल- करीब 2,18,000/- प्रति माह।।
डिप्टी सेक्रेटरी लेवल- करीब 1,43,000/- प्रति माह।।