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वाराणसी :: यूपी में जारी है जगहों के नाम बदलने का सिलसिला, वाराणसी के आंध्रा पुल चौराहे का नाम हुआ सीताराम द्वार,,,।

वाराणसी :: यूपी में जारी है जगहों के नाम बदलने का सिलसिला, वाराणसी के आंध्रा पुल चौराहे का नाम हुआ सीताराम द्वार,,,।

Varanasi News: बनारस शहर हर दिन विकास के नए आयाम को छू रहा है। इसी कड़ी में वाराणसी के प्रमुख चौराहों के भी नवीनीकरण और सुंदरीकरण का कार्य तेजी से जनपद में चल रहा हैं। बनारस शहर में सबसे प्रमुख द्वारा माने जाने वाले अंधरापुल मार्ग का नाम बदलकर अब सीताराम द्वार रख दिया गया है। 

नए बोर्ड के साथ इसका शुभारंभ स्वयं वाराणसी उत्तरी क्षेत्र के विधायक और यूपी सरकार के स्टाम्प मंत्री रविंद्र जायसवाल द्वार किया गया। इस चौराहों से गुजरने वाले लोग व राहगीर भी बड़े ध्यान से इस बोर्ड पर टकटकी लगाए देख रहे हैं।

पूर्वांचल का सबसे बड़ा केंद्र बनारस माना जाता है। और वाराणसी के अंधरापुल चौराहा की कई जनपद को जोड़ने में सबसे बड़ी भूमिका है। इसी चौराहा से वाराणसी से जौनपुर मार्ग, प्रयागराज मार्ग, गाजीपुर मार्ग साथ ही वाराणसी के बीच शहर में जाया जाता है। सीधे तौर पर वाराणसी का यह चौराहा आसपास के जिलों के लिए जंक्शन के तौर पर काम करता है। 

लेकिन अब वाराणसी के उत्तरी विधायक व यूपी सरकार में मंत्री रविंद्र जायसवाल ने इस क्षेत्र का नाम अंधरापुल से बदलकर अब सीताराम द्वारा रख दिया है। और अब सीताराम द्वार के नाम से एक बड़ा बोर्ड भी इस चौराहे पर लग चुका है। आने-जाने वाले लोग व राहगीर भी बड़े ध्यान से इस बोर्ड की तरफ टकटकी लगाए देख रहें हैं।

सड़कों का हुआ चौड़ीकरण

अंधरापुल चौराहा पर 10 वर्ष पहले भी दूसरे जनपदों के लिए गाड़ियां गुजरती थी और मार्ग की चौड़ाई वाहनों के संख्या की तुलना में कम थी, लेकिन इस क्षेत्र में चौड़ीकरण का काम बड़े तेजी से हुआ है। पूर्व में बंद पड़े दो टनल को भी खोलने की वजह से राहगीरों को आसानी से यहां से गुजरने में मदद मिलती है। इस क्षेत्र से ही गुजरने वाली गाड़ियां चंद मीटर की दूरी पर कैंट रेलवे स्टेशन, अंतरराष्ट्रीय बस अड्डा, वाराणसी प्रमुख शहर, दशास्वमेध मार्ग, एअरपोर्ट मार्ग, काशी विश्वनाथ मंदिर, काशी कोतवाल मंदिर, संकट मोचन मंदिर मार्ग के लिए पहुँचती हैं।