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डॉक्टर से दरिंदगी के आरोपियों को करतूत पर पछतावा, फूट-फूटकर रोये, भविष्य खराब होने की दे रहे थे दुहाई, पुलिस पर कोई असर नहीं,,,।

डॉक्टर से दरिंदगी के आरोपियों को करतूत पर पछतावा, फूट-फूटकर रोये, भविष्य खराब होने की दे रहे थे दुहाई, पुलिस पर कोई असर नहीं,,,।

वाराणसी,बीएचयू के रुईया हॉस्टल में डॉक्टर से मारपीट कर अप्राकृतिक दुष्कर्म और रंगदारी मांगने के आरोपी श्रीमन नारायण शुक्ल और सूरज दूबे के बैंक अकाउंट की तस्दीक कर सर्विलांस की मदद से गिरफ्तार किया गया।पुलिस की पूछताछ में दोनों ने कहा कि वह आश्वस्त थे कि डॉक्टर शर्म और डर के कारण पुलिस से शिकायत नहीं करेंगे। अब पकड़े गए तो पुलिस के सामने भविष्य खराब होने की दुहाई देकर रोने लगे। पुलिस पर उनके गिड़गिड़ाने का कोई असर नहीं हुआ।

आरोपियों ने बताया कि वह जब चाहते तब डॉक्टर को अप्राकृतिक दुष्कर्म का वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उनसे पैसे ऐंठ लेते। हालांकि, डॉक्टर ने हिम्मत जुटाकर पुलिस से शिकायत कर दी और वह पकड़े गए। डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने बताया कि दोनों आरोपियों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उन्होंने ग्रिंडर और फेसबुक मैसेंजर एप से दिसंबर 2023 में डॉक्टर से दोस्ती की थी। वह डॉक्टर से नियमित चैटिंग करते थे। जब उन्हें यकीन हो गया कि डॉक्टर उनके बुलाने पर बीएचयू कैंपस आ जाएंगे, तब उन्होंने उन्हें बुलाया।

दोनों ने डॉक्टर और उनके रिश्तेदार से अपने अकाउंट में ऑनलाइन पैसे मंगवाए थे। ऑनलाइन भुगतान की वजह से ही दोनों के नाम और पते की पुष्टि हुई। दोनों आरोपियों के पास से वारदात में प्रयुक्त मोबाइल और डॉक्टर से लूटी गई सोने की चेन व अंगूठी बरामद कर ली गई है। डॉक्टर से जबरन लिए गए 60 हजार रुपये आरोपियों ने खर्च कर दिए हैं। डीसीपी काशी जोन ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

दोनों आरोपी भविष्य खराब होने की दे रहे थे दुहाई

आरोपी श्रीमन नारायण शुक्ल और सूरज दूबे गिरफ्तार हुए तो पुलिस के सामने गिड़गिड़ाने लगे। दोनों का कहना था कि उनका भविष्य चौपट हो जाएगा। दोनों ने पुलिसकर्मियों से हाथ जोड़ कर कहा कि उन्हें छोड़ दिया जाए और अब आगे उनसे ऐसी गलती नहीं होगी। हालांकि दोनों की करतूत के आगे उनके रोने और गिड़गिड़ाने का कोई असर पुलिस पर नहीं पड़ा।

चीफ प्रॉक्टर ने संकाय प्रमुख से मांगी रिपोर्ट
संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के दो छात्रों की गिरफ्तारी के मामले में डीन से बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर प्रो. शिव प्रकाश सिंह ने रिपोर्ट मांगी है। साथ ही, छात्रों पर विश्वविद्यालय के नियमानुसार कार्रवाई करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि संकाय प्रमुख की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

5 लोगों को पहले भी बना चुके थे निशाना, नहीं आई शिकायत

दोनों आरोपियों ने बताया कि डेटिंग एप की मदद से डॉक्टर से पहले उनका गिरोह पांच और लोगों को इसी तरह से हॉस्टल बुलाकर निशाना बना चुका था। पांचों से उन्होंने तगड़ी रकम ऐंठी थी। शर्म और वीडियो वायरल होने के डर से कोई भी पीड़ित पुलिस के पास ही नहीं गया। पहली बार डॉक्टर की वजह से उनकी करतूत का भंडा फूटा।