राम बारात होली :: रास्ता ऊबड़-खाबड़ है... इस बार आसान नहीं होगी राम बरात की राह, कमेटी पदाधिकारी बोले- रूट हम नहीं बदलेंगे,,,।
बरेली में होली से एक दिन पहले निकलने वाली ऐतिहासिक राम बरात के रास्ते को लेकर इस बार महादेव पुल का पेंच फंस सकता है। बमनपुरी रामलीला सभा के पदाधिकारियों का कहना है कि राम बरात पूर्व की भांति अपने पारंपरिक रास्ते कुतुबखाने से ही निकलेगी। पुल के नीचे कुतुबखाना की तरफ की एप्रोच रोड ही अभी नहीं बन सकी है। सीवर लाइन खुली पड़ी है। ऐसे में राम बरात यहां से किस तरह से निकलेगी? यह सवाल उठ रहा है। हालांकि, सेतु निगम के अधिकारियों का कहना है कि होली से पहले काम पूरा कर लिया जाएगा।
शहर की ये प्राचीन राम बरात बमनपुरी से होकर बिहारीपुर ढाल होते हुए कुतुबखाना तक जाती है। यहां पर कोहाड़ापीर की तरफ से आ रही श्री नृसिंह शोभायात्रा व उसमें शामिल हुरियारे इसमें शामिल होते हैं। कुतुबखाना से राम बरात भव्य रूप ले लेती है। सैकड़ों हुरियारे इसमें शामिल होते हैं। बड़े से ट्रैक्टर-ट्रॉली पर रंगों के ड्रम रखे जाते हैं। इसके पीछे एक रथ में शोभायात्रा निकलती है।
यहां से कैसे निकलेगी राम बरात
रामलीला समिति के पदाधिकारी इसी राम बरात को कुतुबखाना से निकालने की बात कह रहे हैं, लेकिन वहां के हालात कुछ और हैं। कुतुबखाना चौराहा अभी बंद है। घंटाघर तिराहे पर एप्रोच रोड अभी नहीं बन सकी है। यहां पाइपलाइन पड़ी होने की वजह से निकलना संभव नहीं है। ऐसे में शोभायात्रा का रथ व ट्रैक्टर-ट्रॉली, यहां से कैसे मुड़ेंगे? ये बड़ा सवाल है।
आर्यसमाज वाली गली के सामने सीवर लाइन के पाइप खुले पड़े हैं। यहां से आगे लोग नहीं जा पा रहे। इसके अलावा ऊंचाई का भी पेंच फंस रहा है। अगर राम बरात कुतुबखाना से निकलती भी है तो कुमार टॉकीज से आगे कोतवाली तक दिक्कत हो सकती है। वजह यह कि कुमार टॉकीज से कोतवाली तक पुल की ऊंचाई कम होती गई है, ऐसे में वहां से ट्रैक्टर-ट्रॉली निकलने में समस्या आ सकती है।
कमेटी के लोगों को अफसरों के वादों पर ऐतवार
सड़क खराब होने की बात शोभायात्रा कमेटी के पदाधिकारियों को भी पता है और सेतु निगम के अफसरों को भी। दोनों में बातचीत भी हो चुकी है। पदाधिकारियों को अफसरों के वादे पर पूरा भरोसा है कि होली से पहले काम पूरा हो जाएगा। श्री रामलीला कमेटी व राम बरात कमेटी के प्रवक्ता विशाल मेहरोत्रा का कहना है कि राम बरात अपने निर्धारित मार्ग से ही निकलेगी।
कुतुबखाना का जो थोड़ा सा टुकड़ा है वह रामबरात निकलने तक ठीक हो जाएगा। इस मामले में प्रशासन से बात हो चुकी है। वहीं, श्रीनृसिंह भगवान शोभायात्रा समिति के सचिव नीरू भारद्वाज का कहना है कि पिछले वर्ष 2023 में महादेव पुल का निर्माण चल रहा था। इस कारण यात्रा का मार्ग बदलकर जिला पंचायत मार्ग होते हुए नावल्टी चौराहा कर दिया गया था। इस बार अपने पारंपरिक रूट से ही शोभायात्रा निकलेगी।
ये है होगा बरात का मार्ग
राम बरात की शुरुआत बमनपुरी से होती है। ये बरात मलूकपुर चौराहा, बिहारीपुर ढाल होते हुए कुतुबखाना, घंटाघर, नावल्टी चौराहा, बरेली कॉलेज गेट, कालीबाड़ी, श्यामगंज चौराहा, साहू गोपीनाथ, मठ की चौकी, शिवाजी मार्ग, कुतुबखाना चौराहा, बड़ा बाजार, किला चौराहा, सिटी सब्जी मंडी, मलूकपुर चौराहा होते हुए नृसिंह मंदिर पहुंचती है और वहां इसे विश्राम दिया जाता है।
सेतु निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर एमके सिंह ने कहा कि कुतुबखाने व कोहाड़ापीर के रास्ते को जोड़ दिया गया है। अब रैंप तैयार किया जा रहा है। होली से पहले इस पूरे रास्ते को ठीक कर दिया जाएगा।