यूपी पुलिस के हाथ आचार संहिता लगते ही लगी बड़ी सफलता, पुलिस ने बरामद किए कार चेकिंग में डेढ़ करोड़ रुपए कैश,,,।
बागपत, ब्यूरो। यूपी-हरियाणा सीमा पर निवाड़ा पुल के पास एफएसटी (फ्लाइंग स्क्वायड टीम) ने एक कारोबारी की कार से 1.5 करोड़ रुपये बरामद किए। संबंधित दस्तावेज न दिखा पाने पर रकम जब्त की गई। डीएम ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लगने के बाद संभवत: देशभर में पकड़ी गई यह सबसे बड़ी रकम है।
डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार सुबह कलक्ट्रेट सभागार में पत्रकार वार्ता में बताया कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी-हरियाणा बार्डर की निवाड़ा चौकी के पास सोमवार रात एफएसटी, पुलिस व आबकारी की टीम वाहनों की चेकिंग कर रही थी। 11 बजे हरियाणा की ओर से आई किया सेल्टोस कार रुकवाकर चेकिंग की तो उसकी डिग्गी में प्लास्टिक के बोरे में रुपये मिले।
इनकम टैक्स कर रही है जांच
एसडीएम अविनाश त्रिपाठी व सीओ हरीश भदौरिया ने तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच की। मेरठ व बागपत की इनकम टैक्स की टीम बुलाई गई। कोतवाली लाकर मशीन से की गई गिनती में डेढ़ करोड़ रुपये (500 के 30 हजार नोट) मिले। कार में अनिल कुमार निवासी बुढ़ाना रोड शामली, हाल निवासी सेक्टर-11 रोहिणी दिल्ली व चालक जगेश्वर यादव सवार थे। अनिल ने रकम अपनी होने का दावा किया, लेकिन इसके संबंध में दस्तावेज नहीं दिखा पाए। रकम को सरकारी मालखाने में जमा कर रसीद अनिल को सौंप दी गई है। इनकम टैक्स की टीम जांच कर रही है।
जांच में रकम अवैध पाई गई तो...
इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम पर रकम का विवरण डाल दिया गया है। अनिल ने जानकारी दी कि यह दिल्ली में बेची गई जमीन की रकम है। इससे दूसरे स्थान पर जमीन खरीदनी है। इस संबंध में अनिल को साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। अनिल साक्ष्य सहित अपील कर सकते हैं। इसकी सुनवाई सीडीओ की अध्यक्षता में गठित कमेटी करेगी। साक्ष्य प्रस्तुत करने पर नियमानुसार रकम रिलीज कर दी जाएगी। यदि जांच में रकम अवैध पाई गई तो एफआईआर दर्ज कर निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी।
शराब के शक में तलाशी, निकले रुपये
पुलिस व आबकारी की टीम ने शराब के शक में कार की चेकिंग की थी, लेकिन शराब के स्थान पर प्लास्टिक के बोरे में रुपये मिले। इतनी रकम देख टीम हैरान रह गई। कारोबारी ने टीम को एक करोड़ रुपये होना बताया। गिनती की गई तो डेढ़ करोड़ रुपये मिले।
कारोबारी बोले, बेची गई फैक्ट्री की है रकम
अनिल कुमार ने पुलिस को बताया था कि उनकी दिल्ली में जूतों की फैक्ट्री थी। फैक्ट्री अच्छी नहीं चल रही थी। इसे बेचकर रकम अपने घर शामली लेकर लौट रहे थे।