सात युवाओं ने पुलिस को बताया अपनी कमाई का राज, दिनभर मोबाइल चलाकर 15 करोड़ 47 लाख रूपए कमाए...
गुरुग्राम :: साइबर क्राइम की लगातार बढ़ रही वारदातो पर अंकुश लगाने के लिए साइबर क्राइम यूनिट गुरुग्राम ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में साइबर क्राइम यूनिट ने एक नाबालिग सहित 7 आरोपियो को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। क्राइम यूनिट दुवारा साइबर ठगी के मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी देश भर में 15 करोड़ 47 लाख की ठग्गी की वारदात के अंजाम दे चुके थे। पुलिस ने आरोपियो के कब्जे से ठगी की वारदात को अंजाम देने में इस्तेमाल किए जा रहे 4 मोबाइल फोन ,दो सिम कार्ड व 4 लाख 20 हजार रुपए की नगदी बरामद की है. आरोपियो की पहचान साहिल, शुशीला, प्रवीण, वकील, गोविंद व संदीप के रूप में हुई है।
डीसीपी साइबर क्राइम सिद्धांत जैन की मानें तो आरोपियों के कब्जे से बरामद किए 4 मोबाईल फोन्स व 2 सिमकार्ड्स का इंडियन साईबर क्राईम कोर्डिनेशन सेंटर (I4C) से जांच की गई . जांच करने पर मालूम चला कि आरोपियों के खिलाफ देशभर में लगभग 15 करोड़ 47 लाख रुपयों की ठगी करने के संबंध में कुल 4875 शिकायतें और 224 मामले दर्ज हैं।
फोन पर बात करते-करते ठग लेते थे हजारों रुपए
वही डीसीपी साइबर क्राइम की मानें तो इन मामलों में से 13 केस हरियाणा में दर्ज है. इतना ही नही इनके खिलाफ थाना साईबर अपराध पूर्व गुरुग्राम में 2 केस, थाना साईबर अपराध पश्चिम गुरुग्राम में 1 केस थाना साईबर अपराध मानेसर गुरुग्राम में 2 केस तथा थाना साईबर अपराध दक्षिण गुरुग्राम 1 मामला दर्ज है. गुरुग्राम पुलिस द्वारा की जांच में यह सामने आया कि आरोपी लोगों को फोन कॉल करके बातों में उलझाकर ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करने शेयर मार्केट में निवेश करवाकर ठगी करते थे।
ऑनलाइन लोन और अन्य तरीकों से करते थे ठगी
पुलिस ने बताया कि ये लोग ऑनलाइन लोन देने के नाम पर व जानकार बनकर पैसे ट्रांसफर करवाने इत्यादि प्रकार से धोखाधड़ी करके ठगी की वारदातों को अंजाम देते थे. पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जे से 4 लाख 20 हजार रुपये, 4 मोबाईल फोन्स व 2 सिमकार्ड्स बरामद किए गए है, जिनकी जांच I4C से कराने के बाद i4C की जांच रिपोर्ट के आधार पर गुरुग्राम पुलिस ने आरोपियों द्वारा किए गए साईबर अपराधों का खुलासा किया है. पुलिस ने कहा कि पूछताछ के आधार पर अन्य आरोपियों को भी अरेस्ट करेगी।