सोना 850 रुपये के उछाल के साथ 70,050 रुपये के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा, चांदी भी नए रिकॉर्ड स्तर 81700 रू. पर...
मजबूत वैश्विक संकेतों के बीच गुरुवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 850 रुपये की तेजी के साथ 70,050 रुपये प्रति 10 ग्राम की नई ऊंचाई पर पहुंच गया। यह लगातार दूसरा सत्र है जब कीमती धातुओं की कीमतें ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई हैं। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 69,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
इस दौरान चांदी भी 1,000 रुपए उछलकर 81,700 रुपए प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। पिछले सत्र में यह 80,700 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा, ''विदेशी बाजारों में तेजी के रुख के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोने की हाजिर कीमत 850 रुपये की तेजी के साथ 70,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करती दिखी।"
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कॉमेक्स में हाजिर सोने का भाव 22 डॉलर की तेजी के साथ 2,297 डॉलर प्रति औंस हो गया। फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने पुष्टि की कि ब्याज दर में कटौती "इस साल किसी बिंदु पर" उचित होगी। गांधी के अनुसार व्यापारी पहली दर में कटौती के समय के बजाय दरों में कितनी कटौती होगी उस पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं।
वैश्विक बाजार में चांदी के भाव भी तेजी के साथ 27.05 डॉलर प्रति औंस हो गया। पिछले सत्र में यह 26.25 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई थी। सौमिल गांधी के अनुसार, ''अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती को लेकर अनिश्चितता के बीच डॉलर में कमजोरी के कारण सोना अपने सर्वकालिक उच्च स्तर के आसपास बना हुआ है, जबकि सुरक्षित निवेश के विकल्प के रूप में मांग बढ़ने से भी कीमतों को उड़ान भरने में मदद मिली।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (जिंस शोध) नवनीत दमानी ने कहा, ''औद्योगिक धातुओं में तेजी के बीच चांदी भी घरेलू मोर्चे पर सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई।" दमानी ने कहा कि मध्य पूर्व में और रूस और यूक्रेन के बीच लगातार भू-राजनीतिक तनाव, ताइवान में विनाशकारी भूकंप आदि के करण बुलियन और अन्य कीमती धातुओं में सुरक्षित निवेश को बढ़ावा मिला।
शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के सहायक उपाध्यक्ष (फंडामेंटल करेंसी एंड कमोडिटीज) प्रवीण सिंह ने कहा, "गुरुवार को जारी होने वाले साप्ताहिक बेरोजगार दावों सहित प्रमुख अमेरिकी आर्थिक आंकड़े अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति दृष्टिकोण पर अधिक अंतर्दृष्टि प्रदान करेंगे।" सिंह ने कहा कि निवेशक ब्रिटेन और यूरोजोन से सर्विसेज और कंपोजिट पीएमआई पर भी नजर बना कर रखेंगे।