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लखनऊ :: सोडियम बैट्री नई इलेक्ट्रिक बसों को लम्बी दूरी तय कराएगी, अभी चल रहीं ई-बसों से नई बसें दोगुनी दूरी तय करेंगी...

लखनऊ :: सोडियम बैट्री नई इलेक्ट्रिक बसों को लम्बी दूरी तय कराएगी, अभी चल रहीं ई-बसों से नई बसें दोगुनी दूरी तय करेंगी...

लखनऊ/वाराणसी, ब्यूरो। सोडियम बैट्री नई इलेक्ट्रिक बसों को लम्बी दूरी तय कराएगी। इस बैट्री की क्षमता ज्यादा होने से अभी चल रहीं ई-बसों से नई बसें दोगुनी दूरी तय करेंगी। इससे पीएम ई-बस सेवा के तहत वाराणसी को मिलने वाली 100 बसों को आसपास के जिलों में भी भेजा जा सकेगा। दरअसल, लखनऊ में 13 को इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर सेमिनार हुआ। इसमें नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव और विशेष सचिव समेत प्रदेशभर के सिटी ट्रांसपोर्ट के अधिकारियों ने भाग लिया। 

इसमें विशेषज्ञों और वरिष्ठ अधिकारियों ने नई ई-बसों में लगने वाली सोडियम बैट्री से होने वाले फायदों की जानकारी दी। सेमिनार में भाग लेकर लौटे वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट के अधिकारी ने बताया कि सोडियम बैट्री की क्षमता ज्यादा और मेंटीनेंस कम होता है। एक बार चार्ज होने पर बस 0 किमी तय करेगी। रफ्तार भी पहले की तरह ही रहेगी। सोडियम बैट्री की चार्जिंग में उतना ही समय लगेगा।

अभी बसें तय करती हैं 120 किमी की दूरी 

अभी वाराणसी में 50 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन हो रहा है। मिर्जामुराद स्थित बस चार्जिंग स्टेशन से सुबह सभी बसें कैन्ट स्टेशन होकर तय रूटों पर जाती हैं। रात 9 बजे तक इनका संचालन होता है। शहर के प्रमुख जगहों के अलावा जौनपुर के सीमावर्ती फूलपुर बाजार, सिंधोरा और चंदौली के पड़ाव तक इन बसों का संचालन होता है। एक बार फुल चार्ज होने पर बस 120 किमी की दूरी तय करती है।

कम्पनी करती है 'एसपीवी' का संचालन 

इलेक्ट्रिक बसों को स्पेशल परपज व्हीकल (एसपीवी) भी कहा जाता है। इनके संचालन के लिए प्रदेश के 14 रीजन में कम्पनी बनाई गई है। यहां वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (वीसीटीएसएल) नामक कम्पनी है। मंडलायुक्त इसके पदेन अध्यक्ष होते हैं। वहीं, परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम) एमडी व सचिव की भूमिका में रहते हैं। नगर आयुक्त, वीडीए उपाध्यक्ष, आरटीओ व अन्य अधिकारी कंपनी बोर्ड के सदस्य व निदेशक होते हैं। बसों के प्रतिदिन संचालन पर नजर रखने के लिए सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक भी जिम्मेदारी निभाते हैं।