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कानपुर में 44 मांस-मछली की दुकानो पर चला बुलडोजर, महापौर प्रमिला पांडे ने मीडिया को बताया इसकी वजह...

कानपुर में 44 मांस-मछली की दुकानो पर चला बुलडोजर, महापौर प्रमिला पांडे ने मीडिया को बताया इसकी वजह...

कानपुर, ब्यूरो। यूपी के कानपुर में खूंखार कुत्ते के हमले से जान गंवाने वाली खुशी के परिजनों का दर्द बांटने सोमवार को महापौर प्रमिला पांडेय कच्ची बस्ती पहुंचीं। उन्होंने परिजनों का ढांढस बंधाते हुए सख्ती कार्रवाई के लिए भी कहा। घटनास्थल के आसपास मांस-मछली की दुकानें खुलीं देख उनका पारा चढ़ा गया। अवैध दुकानों के खिलाफ अभियान चलाकर उन्हें बुलडोजर से ढहाया गया। 
इस अभियान के दौरान कुल 44 दुकानें ढहाई गईं। 30 दुकानें सीटीआई पुल के पास और 14 दुकानें पराग डेयरी के पास ढहाई, गईं। महापौर ने सख्त लहजे में कहा कि दोबारा यह दुकानें लगी तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अभियान के दौरान अफरातफरी की स्थित रही। 

महापौर के साथ उपमुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. आरके निरंजन, विनय प्रताप सिंह, जोनल अधिकारी जोन-5 टीम के साथ एवं प्रर्वतन दल की टीम भी रही।

बिना लाइसेंस के फुटपाथ पर चल रहीं हैं मांस की 550 दुकानें

हकीकत यह है कि शहर में बिना लाइसेंस के ही फुटपाथ पर खुले में मांस बिक्री की 550 दुकानें संचालित हो रही हैं। आज से पहले पिछले 5 सालों में न तो ऐसी दुकानों पर कोई रोक लगी और न ही दूषित मांस की बिक्री पर ही कार्रवाई की गई। यह हालत तब है जब खाद्य सुरक्षा विभाग को वर्ष 2006 से इसका जिम्मा सौंपा जा चुका है। अगर आंकड़ों की बात करें तो बड़े जानवरों के मांस की 250 अवैध दुकानें शहर में हैं तो फुटपाथ पर छोटे जानवरों (बकरा) का वध करके उनके मांस की बिक्री की 300 दुकानें संचालित हो रही हैं।

खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 के अंतर्गत खुले में मांस विक्रय करना अपराध है। इसी अधिनियम के तहत नगर क्षेत्र में संचालित हो रही मीट की दुकानों पर कार्रवाई का अधिकार खाद्य सुरक्षा विभाग कानपुर नगर का है। सच्चाई यह है कि वर्ष 2006 तो दूर की बात है, पिछले पांच वर्षों में न तो खाद्य सुरक्षा विभाग ने न तो कोई अभियान चलाया और न ही बड़ी कार्रवाई की। अगर यही हाल आगे भी रहा स्थिति गंभीर हो सकती है।

दूषित मांस के टुकड़ों से हिंसक हुए कुत्ते

नगर निगम ने अपनी रिपोर्ट में यह कहा है कि मांस विक्रय की मंडियों और दुकानों पर शेष बचे दूषित मांस के टुकड़ों को कुत्तों को खिलाने से वे हिंसक हुए। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के मुताबिक दूषित मांस खाने से कुत्तों में हिंसक प्रवृत्ति का विस्तार होता है। मांस के इन्हीं टुकड़ों की वजह से दुकानों के सामने कुत्तों का रोज जमावड़ा लगता है। 

अब लगातार चलेगा अभियान, लोगों से अपील

नगर निगम की सीमा में खुले में फुटपाथों पर मछली, मुर्गा, बकरा का वध एवं मांस विक्रय पूरी तरह प्रतिबंधित है। अब इसके खिलाफ लगातार अभियान चलेगा। जहां-जहां ऐसी दुकानें संचालित की जा रही हैं उन्हें क्रमवार हटवाया जाएगा। महापौर और नगर आयुक्त ने शहरवासियों से अपील की है कि गली में कुत्तों में हिंसक प्रवृत्ति को रोकने के लिए पानी की व्यवस्था करें। आवारा कुत्तों को पत्थर या डंडे आदि से न मारें। संभव हो तो घर के बाहर पानी की नांद रख दें।