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वाराणसी में 19 से 21 जून तक मनाया जाएगा कबीर प्राकट्य महोत्सव, 30 कबीरपंथी बंदगी करने आयेंगे लंदन, पाकिस्तान से काशी...

वाराणसी में 19 से 21 जून तक मनाया जाएगा कबीर प्राकट्य महोत्सव, 30 कबीरपंथी बंदगी करने आयेंगे लंदन, पाकिस्तान से काशी...

वाराणसी, ब्यूरो। कबीरवाणी सात समंदर पार भी गूंजती और इंसानियत का संदेश देती है। इस बार कबीर प्राकट्य महोत्सव पर पाकिस्तान से भी कबीरपंथी गुरु की बंदगी करने आएंगे और कबीर धुन रमाएंगे। वहां के दो मठों के 20 अनुयायी आएंगे। इसके लिए सद्गुरु कबीर प्राकट्यधाम लहरतारा से पाकिस्तानी दूतावास को पत्र भेजा गया है।

बनारस में प्रमुख तीन मठों में कबीर प्राकट्योत्सव चलेगा। सद्गुरु कबीर प्राकट्यधाम में 19 से 21 जून तक कबीर साहब का प्राकट्योत्सव मनाया जाएगा। इसमें देश-विदेश से कबीरपंथी आएंगे। प्रकाट्यधाम के व्यवस्थापक संतोष दास ने मीडिया को बताया कि पाकिस्तान के कराची में दो मठ स्थापित हैं। मठ के अनुयायियों ने कबीर साहब के प्राकट्योत्सव पर आने की इच्छा जाहिर की थी। इसके बाद तीन माह पहले अनुमति पत्र पाकिस्तानी दूतावास को भेजा गया है, ताकि उनको वीजा मिल सके। वे यहां तीन दिनों तक रहेंगे और गुरु पूजा, भजन कीर्तन और विविध अनुष्ठानों में शामिल होंगे।

उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के दोनों मठ इसी धाम से संचालित होता है। उनके महंतों की नियुक्ति भी यही से हुई है। वहां पर 500 से अधिक कबीरपंथी हैं। वहां कबीर साहब के प्राकट्योत्सव, निर्वाण दिवस सहित अन्य आयोजन होते हैं। प्रतिदिन भजन कीर्तन और संध्या वंदन होता है। 

उधर, कबीरचौरा स्थित कबीर मूलगादी में भी अमेरिका, नीदरलैंड और लंदन से 10 से अधिक कबीरपंथी आएंगे। सभी मठों में सत्यनाम ध्वजारोहण, सत्संग, कीर्तन, संगोष्ठी, योगासन आदि आयोजन होगा। इसके अलावा शोभायात्रा निकाली जाएगी।

40 देशों में है कबीर मठ

संतोष दास ने बताया कि सद्गुरु कबीर प्राकट्यधाम से जुड़े मठ 40 देशों में संचालित हैं। विदेशों में एक लाख से अधिक अनुयायी हैं। जबकि कुल 2600 मठ संचालित है। इसमें देश के हर प्रांतों में मठ है। ज्यादा यूपी के अलावा छतीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, बिहार में है। प्राचीन कबीर मूलगादी से देश-विदेश में चार हजार से अधिक से मठ संचालित हैं।