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वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के 30 थानों की तैयार होगी रिपोर्ट, अब प्रदर्शन के आधार पर होगा निर्णय, कि थानेदारी रहेगी या जाएगी...

वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के 30 थानों की तैयार होगी रिपोर्ट, अब प्रदर्शन के आधार पर होगा निर्णय, कि थानेदारी रहेगी या जाएगी...

वाराणसी, ब्यूरो। वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के कामकाज में प्रदर्शन के आधार पर 15 दिनों बाद तय होगा कि कमिश्नरेट के 30 थानों के कितने थानाध्यक्ष अपनी कुर्सी बचा पाएंगे और कितने पैदल हो जाएंगे। इसकी शुरुआत पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कैंट, शिवपुर और लालपुर पांडेयपुर थाने का औचक निरीक्षण कर की। दो हफ्तों तक पुलिस आयुक्त थानों का औचक निरीक्षण करेंगे। थानेदार और चौकी प्रभारियों की नंबर आधारित रिपोर्ट तैयार होगी।

पुलिस आयुक्त ने कहा कि कार्यक्षमता, व्यवहार कुशलता और अनुशासन के दम पर ही थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज की कुर्सी इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर को सौंपी जाएगी। उन्होंने बताया कि थाने की साफ-सफाई, रजिस्टरों के रखरखाव, अपराधियों के प्रति निरोधात्मक कार्रवाई, लंबित प्रकरणों का निस्तारण, मुकदमों की विवेचना में गुणवत्ता और फरियादियों से व्यवहार थानेदार के कामकाज के प्रदर्शन के आकलन का आधार है। 

रोजाना पैदल गश्त, थाना क्षेत्र की यातायात व्यवस्था के प्रति सतर्कता और महिला आरक्षियों की फील्ड में ड्यूटी के आधार पर भी थानेदारों के कामकाज का आकलन किया जाएगा। विवेचना और क्षेत्र में सक्रियता के साथ ही आमजन से व्यवहार के आधार पर चौकी प्रभारियों के कामकाज का आकलन किया जाएगा। इसके बाद जो रिपोर्ट तैयार होगी, उसी के आधार पर थानों पर थानाध्यक्ष और पुलिस चौकियों पर चौकी प्रभारी तैनात किए जाएंगे।

सभी फरियादियों का नाम-पता और मोबाइल नंबर दर्ज हो

पुलिस आयुक्त ने कैंट, शिवपुर और लालपुर पांडेयपुर थानाध्यक्ष को कहा कि जो भी फरियादी थाने आएं, उनका नाम-पता, मोबाइल नंबर और शिकायत रजिस्टर में हर हाल में दर्ज हों। अभ्यस्त अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोलने में देरी न की जाए। महिला और पुरुष आरक्षी निर्धारित बीट क्षेत्र में भ्रमणशील रहें। थानों की साइबर हेल्प डेस्क पर प्रशिक्षित पुलिसकर्मी ही तैनात किए जाएं। पुलिस आयुक्त ने कहा कि थानाध्यक्ष और चौकी इंचार्ज लोगों से संवाद करें। ताकि, पुलिस पर उनका विश्वास बढ़े।