क्या ऐसे भी जीते जाते हैं चुनाव?भाजपा समर्थित दलित परिवार पर मुस्लिम भीड़ का हमला,फारुख शाहबाज, मोबिन, सहित छः गिरफ्तार...
जौनपुर, ब्यूरो। लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को सामने आ चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी कई स्थानों पर हिंसा देखने को मिल रही है। पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भाजपा कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है, उनके घर-दुकानों में तोड़फोड़ की जा रही है। बंगाल से कई भाजपा कार्यकर्ता पलायन कर पड़ोसी राज्यों में शरण ले रहे हैं। इन हिंसा की घटनाओं को देखकर कोलकाता हाई कोर्ट खुद राज्य सरकार को फटकार लगाते हुए ये कह चुका है कि, अगर हमले नहीं रुके, तो हम 5 सालों तक राज्य में केंद्रीय सुरक्षाबलों को रखने का आदेश देने के लिए मजबूर हो जाएंगे। बंगाल में तो सत्ताधारी TMC के विधायक हुमायूँ कबीर खुलेआम कह चुके हैं कि, ''हिन्दुओं को दो घंटे में भागीरथी नदी में बहा देंगे।'' वहां वोटर्स को धमकाकर चुनाव जीतने की राजनीति खुलेआम चलती है, ऐसा पंचायत चुनाव, विधानसभा चुनाव और अब लोकसभा चुनाव में भी देखा जा चुका है। लेकिन, अब इसी तरह का एक मामला उत्तर प्रदेश के जौनपुर से सामने आया है।
यहाँ भाजपा समर्थक दलित परिवार को मुस्लिम समुदाय द्वारा धमकाने के बाद बवाल मच गया है। जिले में मुस्लिम और दलित समुदाय के बीच विवाद के बाद करीब एक दर्जन लोग जख्मी हो गए हैं। घायलों में छह लोगों की हालत नाजुक है और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। संघर्ष और तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस ने अब तक दोनों पक्षों के खिलाफ FIR दर्ज की है। उन्होंने कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
घटना 7 जून 2024 को जौनपुर जिले के शाहगंज थाना क्षेत्र में हुई थी। शनिवार (8 जून) को भादी गांव निवासी विपिन कन्नौजिया ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। विपिन के मुताबिक 7 जून की रात करीब 9:15 बजे वह खाना खाकर बाहर टहल रहा था। तभी भावी छिदवा गांव निवासी शहबाज और करीम वहां पहुंचे। विपिन को देखते ही दोनों ने गाली-गलौज शुरू कर दी और कहा, 'साले तू ज्यादा भाजपा-भाजपा करता है। मोदी-योगी क्या उखाड़ लेंगे ? बीजेपी के म**क*साले ।' गाली-गलौज के बाद उन्होंने विपिन पर हमला बोल दिया।
हमले में लोहे की रॉड और डंडे का इस्तेमाल किया गया। सिर में चोट लगने से विपिन बेहोश होने लगा। अपने रिश्तेदार पर हमला होते देख अमन ने शोर मचाया। तभी मोबिन, जमील, सगीर, फारुख और अफसर भी हमलावरों में शामिल हो गए। उन्होंने सो रहे पीड़ित के परिजनों पर भी हमला कर दिया। हमले के दौरान उन्होंने पीड़ितों पर जातिसूचक गालियां और गालियां भी दीं। हमले में विनोद, संतोष, पवन, सूरज, भोला और मंजू देवी गंभीर रूप से घायल हो गए।
इस दौरान शाहबाज, मोबिन और करीम के हाथों में तलवारें भी दिखीं। उन्होंने कहा कि, " साले धोबी, इतनी हिम्मत आ गई है तुम लोगों की? अब अगर बीजेपी-बीजेपी करोगे तो हम तुम्हें मारकर गाड़ देंगे। मोदी और योगी तुम्हें बचाने नहीं आएंगे।" पीड़िता ने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने इस मामले में IPC की धारा 147, 148, 323, 307, 504, 505 (2), 506 और 153-बी के साथ ही SC/ST एक्ट के तहत FIR दर्ज की है। शाहबाज, करीम, मोबिन, जमील, सगीर, शकील, फारुख और अफसर को नामजद किया गया है।
इस मामले में पुलिस ने क्रॉस FIR भी दर्ज की है। दलित समुदाय की तरफ से FIR दर्ज होने के करीब 4 घंटे बाद शाहबाज खान ने भी थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि कहासुनी के बाद विपिन ने शाहबाज के सिर पर डंडे से वार किया। बाद में उसे बचाने के लिए शाहबाज, करीम, सगीर, मोबिन, अफसर और शबाना पहुंचे, तो विपिन के समर्थकों ने उन पर भी हमला कर दिया। हमले में विपिन, संतोष, राजेश, विनोद, अमन, अरविंद और बाबूराम को नामजद किया गया है। इन सभी पर IPC की धारा 147, 323, 308, 504 और 506 के तहत आरोप लगाए गए हैं।
इन पर मुस्लिम युवकों को जान से मारने की धमकी देने और गाली-गलौज करने का आरोप है। जौनपुर पुलिस ने अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में शाहबाज, मोबिन, जमील, शकील, फारुख और अफसर शामिल हैं। मामले की जांच और अन्य जरूरी कार्रवाई चल रही है। गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है।
बता दें कि, जौनपुर लोकसभा सीट से इस चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के बाबू सिंह कुशवाहा ने जीत दर्ज की है, मुस्लिम समुदाय सपा का मुख्य वोट बैंक माना जाता है। ऐसे में ये देखना भी जरूरी होगा कि, नव निर्वाचित सांसद अपने क्षेत्र में शान्ति बहाल करने के लिए क्या कदम उठाते हैं।