जिस धाकड़ DM से हुई थी बहस, उसी ने थमाया अफजाल को सांसदी का सर्टिफिकेट, जानिए.. कौन हैं? IAS आर्यका अखौरी...
IAS Aryaka Akhoury: मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल ने गाजीपुर सीट से लोकसभा चुनाव 2024 में जीत हासिल की है। अफजाल अंसारी को उनकी जीत का सर्टिफिकेट देने वाली डीएम सुर्खियों में हैं। बता दें कि वर्तमान में आर्यका अखौरी (IAS Aryaka Akhoury) गाजीपुर की डीएम हैं।
दरअसल, मुख्तार की मौत के समय डीएम आर्यका अखौरी और अफजाल अंसारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें दोनों के बीच मुख्तार अंसारी के सुपुर्द ए खाक पर मिट्टी देने को लेकर बहस हुई थी। अब दोनों फिर से आमने-सामने आए तो चर्चा तो होनी ही थी।
सोशल मीडिया पर फोटो वायरल
अब पुरानी फोटो और अफजाल अंसारी को जीत का सर्टिफिकेट दे रही डीएम आर्यका अखौरी की फोटो पर मुद्दा गरमाया है। सोशल मीडिया पर यूजर्स दोनों तस्वीरों को एक साथ जोड़कर वायरल कर रहे हैं। इस बीच आइए जानते आईएएस ऑफिसर आर्यका अखौरी के बारे में...
बिहार की रहने वाली हैं IAS आर्यका
आर्यका अखौरी एक धाकड़ आईएएस ऑफिसर हैं। वर्तमान में गाजीपुर की डीएम मूल रूप से बिहार के पटना से ताल्लुख रखती हैं।14 दिसंबर 1985 को जन्मीं आर्यका ने अपना स्कूल एजुकेशन पटना से ही कंप्लीट किया। इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए वह दिल्ली आ गई थीं, जहां से आर्यका ने बॉयोटेक से एमएससी की डिग्री हासिल की है। इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास की। आर्यका अखौरी साल 2013 बैच की आईएएस ऑफिसर हैं।
कब कब कहां रही पोस्टिंग
जानकारी के मुताबिक आईएएस आर्यका ने 26 नवंबर 2015 में मसूरी में अपनी ट्रेनिंग पूरी की। इसके बाद उन्हें 27 नवंबर 2015 से वाराणसी में जॉइंट मजिस्ट्रेट के तौर पर पोस्टिंग मिली थी, 2 मई 2017 तक उन्होंने यहां अपनी जिम्मेदारी निभाई। इसके बाद मेरठ में उन्होंने बतौर सीडीओ काम किया।
इसके बाद जुलाई 2019 से मई 2020 तक वह छुट्टियों पर रहीं। अपनी छुट्टियों से लौटकर उन्होंने फरवरी 2021 तक शासन में विशेष सचिव के तौ पर कार्यभार संभाला। इसके बाद डीएम के तौर पर उन्हें पहली पोस्टिंग भदोही जिले में मिली। फिलहाल, वह गाजीपुर की डीएम की जिम्मेदारी बखूबी संभाल रही हैं।
काम को लेकर रहती हैं चर्चा में
भदोही जिले की डीएम रहने के दौरान वह अपने काम को लेकर काफी सुर्खियों में रहीं। अपना कार्यकाल के दौरान उन्होंने अपराधियों पर जमकर कार्रवाई की। यहां उन्होंने जिले की कानून व्यवस्था पर अपना कंट्रोल बनाए रखा।