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India vs Pakistan:मात्र 3.4 प्रतिशत थे भारत के जीतने के चांसेस, फिर रोहित शर्मा ने चली ऐसी चाल, भोचक्का रह गया पाकिस्तान...

India vs Pakistan:मात्र 3.4 प्रतिशत थे भारत के जीतने के चांसेस, फिर रोहित शर्मा ने चली ऐसी चाल, भोचक्का रह गया पाकिस्तान...

वो कहते हैं ना जीतने के लिए सिर्फ जिद चाहिए, हारने के लिए तो एक डर ही काफी है...ये लाइन इंडिया वर्सेस पाकिस्तान मुकाबले पर एकदम सटीक बैठती है। टी20 वर्ल्ड कप 2022 का इंडिया वर्सेस पाकिस्तान मुकाबला तो हर किसी को याद होगा जब भारत ने विराट कोहली के दम पर पाकिस्तान के मुंह से जीत छीनी थी। उस मुकाबले में एक समय ऐसा था जब भारत का जीत का प्रतिशत 3.4 रह गया था, तब किंग कोहली की जिद ने ही उस मैच में भारत को अविश्वसनीय जीत दिलाई थी। ऐसा ही कुछ नजारा दो साल बाद टी20 वर्ल्ड कप 2024 में देखने को मिला।

टी20 वर्ल्ड कप 2024 का 19वां मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच न्यूयॉर्क में खेला गया। बल्लेबाजी में निराशाजनक प्रदर्शन करने के बाद टीम इंडिया बोर्ड पर मात्र 119 ही रन लगाने में कामयाब रही। उस समय ऐसा लग रहा था कि यह मैच भारत के हाथ से फिसल चुका है, यहां तक पाकिस्तान की पारी की शुरुआत में भारत के जीत का प्रतिशत मात्र 8 बताया जा रहा था। मगर तब रोहित शर्मा और टीम इंडिया की जिद पाकिस्तान के आड़े आ गई और हार का डर पड़ोसी देश पर मडराने लगा।

बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान ने पाकिस्तान को अच्छी शुरुआत दी थी। पहले विकेट के लिए दोनों के बीच 26 रनों की साझेदारी हुई थी। इस पार्टनरशिप को जसप्रीत बुमराह ने तोड़ा और पहली सफलता दिलाई। बाबर का विकेट गिरने के बाद पाकिस्तान की पारी मानों थम सी गई। 6 ओवर के बाद टीम का स्कोर 1 विकेट के नुकसान पर 35 रन था और भारत का जीत का प्रतिशत बढ़ने लगा था।

टीम इंडिया की रणनीति साफ थी। भारत विकेट के लिए नहीं बल्कि लेंथ गेंद पर अड़े रहकर रन रोकना चाहता था ताकि पाकिस्तान पर दबाव बने।

रोहित शर्मा जानते थे कि न्यूयॉर्क की इस पेचीदा पिच पर स्पिन एक कमजोर कड़ी साबित हो सकती थी, इस वजह से पावरप्ले खत्म होते ही हिटमैन ने शानदार चाल चलती और रविंद्र जडेजा को अटैक पर लगाया। क्रीज पर कोई लेफ्टी बल्लेबाज ना होने की चलते जड्डू के लिए गेंदबाजी करना आसान हो गया। उस्मान खान और मोहम्मद रिजवान जडेजा के 2 ओवर में मात्र 10 ही रन बटोर पाए।

10 ओवर के बाद जब पाकिस्तान का स्कोर 1 विकेट के नुकसान पर 57 रन था तो रोहित ने अक्षर पटेल को दूसरे छोर से लगाकर एक और चाल चली। अक्षर को अटैक पर लगाने का मूव भारत के हित में रहा और स्पेल की पहली ही गेंद पर बापू ने उस्मान खान को आउट कर विकेट चटकाया। अक्षर पटेल ने अपने पहले ओवर से 9 रन खर्च किए क्योंकि बाएं हाथ के बल्लेबाज फखर जमन क्रीज पर आ चुके थे।

रोहित शर्मा ने तत्काल अपनी रणनीति बदली और दोनों स्पिनर्स को अटैक से हटाया और विकेट के लिए फिर तेज गेंदबाजों का रुख किया। अर्शदीप की स्पेल की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी जिस वजह से उन्हें कॉन्फिडेंस देना जरूर था, रोहित ने बीच के ओवर में उन्हें अटैक पर लगाया और ये सरदार असरदार साबित हुआ। अर्शदीप को यहां विकेट तो नहीं मिला, मगर उन्होंने 12वें और 14वें ओवर से मात्र 13 रन खर्च किए। यहां रोहित शर्मा की तारीफ बनती है, उन्होंने कमजोर कड़ी साबित हो रहे अर्शदीप के दो ओवर भी निकलवाए और इस युवा गेंदबाज को कॉन्फिडेंस भी दिया।

इस बीच हार्दिक पांड्या ने फखर जमन को आउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। इस विकेट से पाकिस्तान पर दबाव और भारत का जीत का प्रतिशत भी बढ़ा। फखर जमन का विकेट गिरने के बाद रोहित शर्मा ने जसप्रीत बुमराह को अटैक पर लाने में जरा भी देरी नहीं की। हिटमैन जानते थे कि अगर यहां से मोहम्मद रिजवान का विकेट मिल जाता है तो भारत मैच में वापसी कर सकता है।

रोहित शर्मा का यह मूव भी चला और बुमराह ने 15वें ओवर में मोहम्मद रिजवान को बोल्ड कर भारत की मैच में वापसी करवाई। रिजवान के विकेट के साथ भारत को जीत की खुशबू आने लगी थी और 17वें ओवर के खत्म होते-होते भारत का जीत का प्रतिशत 36 तक पहुंच गया था।

अंतिम तीन ओवर में पाकिस्तान को 30 रनों की दरकार थी। अर्शदीप सिंह, मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह का 1-1 ओवर बाकी था। हर कोई यह तो जानता था कि बुमराह सबसे महत्वपूर्ण 19वां ओवर करेंगे, मगर 18वां और आखिरी ओवर कौन करेगा इस पर सवाल था।

रोहित शर्मा ने यहां मोहम्मद सिराज के साथ जाने का फैसला किया ताकि भारत रन रोकर पाकिस्तान पर और अधिक दबाव बना सके। सिराज ने इससे पहले 3 ओवर में किफायती गेंदबाजी कर 10 ही रन खर्च किए थे। 18वें ओवर में सिराज लय में नहीं दिखे और उन्होंने एक वाइड और एक नो बॉल के साथ 9 रन खर्च किए। भारत के लिए अच्छी बात यह रही कि इस ओवर में कोई बाउंड्री नहीं आई।

आखिरी ओवर में पाकिस्तान को 21 रनों की दरकार थी। बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान के महत्वपूर्ण विकेट ले चुके बुमराह से अब यही दरकार थी कि वह इमाद वसीम या इफ्तिखार में से किसी का विकेट लेकर पाकिस्तान को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेल दे। बुमराह ने ऐसा ही किया। ओवर की आखिरी गेंद पर इफ्तिखार को आउट कर उन्होंने ओवर से मात्र 3 ही रन खर्च किए।

अर्शदीप को आखिरी ओवर में डिफेंड करने के लिए 18 रन मिले थे। रोहित शर्मा ने उन्हें बीच में जो दो ओवर दिए थे उसने इस गेंदबाज का हौसला काफी बढ़ाया था। इस वजह से आखिरी ओवर में वह काफी कॉन्फिडेंट दिख रहे थे। पहली गेंद पर ही उन्होंने इमाद वसीम को शानदार यॉर्कर पर आउट किया और इसके बाद लगातार दो गेंदें इसी जगह डाली। पहली तीन गेंदों पर मात्र 1 रन खर्च कर अर्शदीप ने मैच भारत की झोली में डाल दिया था। हालांकि इसके बाद नसीम शाह ने दो चौके लगाए, मगर वह पाकिस्तान को जीत नहीं दिला पाए।

रोहित शर्मा की सूझ-बूझ भरी कप्तानी और उनकी शानदार रणनीति ने भारत को इस तरह हारी हुई बाजी जिताई। यहां गेंदबाजों को भी पूरा पूरा क्रेडिट देना बनता है।
लेखक :: (शुभम कुमार गुप्ता) ।