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Uttar Pradesh Chunav Result 2024 : यूपी में भारी पड़ गए ये वोटर, भाजपा का निकला पसीना

Uttar Pradesh Chunav Result 2024 : यूपी में भारी पड़ गए ये वोटर, भाजपा का निकला पसीना


Uttar Pradesh Lok Sabha Result 2024: उत्तर प्रदेश में जिस तरह के नतीजे सामने आए हैं उसने हर किसी को चौंका दिया है। तमाम एग्जिट पोल में एक तरफ जहां एनडीए को प्रचंड बहुमत की बात जताई जा रही थी, वह चुनाव नतीजों में होता नहीं नजर आ रहा है।


इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को सबसे बड़ा झटका उत्तर प्रदेश में लगा है। उत्तर प्रदेश में 71 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि 2019 में भाजपा ने 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। लेकिन इस चुनाव में भाजपा तकरीबन 36-36 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है।

इंडिया गठबंधन 41 पर आगे 

बहरहाल इस वक्त उत्तर प्रदेश में एनडीए 38 सीटों पर आगे चल रही है, जिसमे भाजपा 36, आरएलडी 2 सीटों पर आगे है। वहीं इंडिया गठबंधन की बात करें तो वह 41 सीटों पर आगे चल रही है, जिसमे सपा 34 सीटों पर तो कांग्रेस 7 सीटों पर आगे चल रही है।

26 सीटों का नुकसान 

इस चुनाव में भाजपा को तकरीबन 26 सीटों का नुकसान होता नजर आ रहा है। ऐसें में बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर इसके पीछे की वजह क्या है। इसके पीछे की एक बड़ी वजह मुस्लिम वोटर्स को माना जा रहा है।


पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को तकरीबन 9 फीसदी मुस्लिम वोट मिले थे, जबकि इस चुनाव में यह 3 फीसदी नीचे गिरकर 6 फीसदी पर पहुंचने की संभावना है। इसके साथ ही जिस तरह से कांग्रेस और सपा ने मिलकर यूपी में चुनाव लड़ा उसका भी असर देखने को मिल रहा है।


कांग्रेस की अगुवाई वाली इंडिया गठबंधन को बड़ी संख्या में मुस्लिम वोट मिलते नजर आ रहे हैं। जिस तरह से राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली, संविधान बचाओ की अपील चुनाव में की, उसने मुस्लिम वोटर्स को कांग्रेस की ओर मोड़ने का काम किया है।


इंडिया ब्लॉक को बड़ी संख्या में मुस्लिम वोट मिलते नजर आ रहे हैं। इंडिया गठबंधन को उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों के 38 फीसदी अतिरिक्त वोट मिलने का अनुमान है। इसके साथ ही बसपा का 34 फीसदी मुस्लिम वोट भी इंडिया ब्लॉक की ओर जाता नजर आ रहा है।

इस बार बसपा ने यूपी में अलग चुनाव लड़ा। पार्टी ने किसी भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया। जिसकी वजह से मायावती की पार्टी को बड़ा नुकसान होता नजर आ रहा है और मुस्लिम वोटर्स इंडिया गठबंधन की ओर जाते नजर आ रहे हैं।

एनडीए की सरकार ने तीन तलाक पर रोक और मुस्लिम महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई अहम कदम उठाए, बावजूद इसके पार्टी को इस चुनाव में मुस्लिम वोट का नुकसान होता नजर आ रहा है।