धर्म परिवर्तन कराने के मामले में 20 लोग पुलिस हिरासत में, जिले में पहले भी धर्म परिवर्तन करने का एक सेंटर पकड़ा जा चुका है...
भरतपुर में एक बार फिर धर्म परिवर्तन कराए जाने का मामला सामने आया है। इस संबंध में एक मकान से करीब 20 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जिनमें एक व्यक्ति और एक महिलाएं घायल हैं। एक महिला के कपड़े भी फट गए हैं। मामले में विश्व हिन्दू परिषद का कहना है कि मकान में धर्म परिवर्तन चल रहा था, वहीं पुलिस द्बारा हिरासत में लिए गए लोगों का कहना है कि यहां पर भगवान की प्रार्थना की जा रही थी।
विश्व हिन्दू परिषद के जिला अध्यक्ष लाखन सिंह ने बताया कि इससे पहले सोनार हवेली से भी एक धर्म परिवर्तन का मामला पकड़ा था। प्रशासन ने उस मामले की जांच को लेकर SIT की टीम का गठन किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आज भी हमें सूचना मिली थी कि मथुरा गेट थाना इलाके में एक मकान में धर्मांतरण हो रहा है, इसमें करीब 100 शामिल थे। जब हमने विहिप के सदस्य को घर में भेजा तो घर से निकली महिला ने कहा कि यहां लाइब्रेरी चल रही है लेकिन जब हम घर के अंदर घुसे तो ईसाईकरण चल रहा था।
5-5 सौ का लालच देकर बुलाए लोग
घर के अंदर मौजूद लोगों ने बताया कि हमें यहां आने के लिए 5-5 सौ रुपये दिए गए हैं। यह घर रवि कुमार का है, जिसे उसके गांव से इसलिए भगाया गया था क्योंकि उसने हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान किया था। गांव से आकर पिछले 4 साल से रवि यहां रहकर धर्म परिवर्तन का काम कर रहा था। उसके घर के अंदर ईसा मसीह के पोस्टर लगे हुए हैं। पकड़े गए लोगों में एक व्यक्ति अपने आप को अलवर CMHO का भाई बताया, पुलिस को घर के अंदर से ईसा मसीह के छपे हुए कैलेंडर मिले हैं।
हिरासत में लिए गए लोगों में एक का कहना था कि हमारे साथ विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा मारपीट की गई है। हम अपने भाई के यहां आये हुए थे।