90 कमरों को तोड़ा लोहे की चादर से सील किया, पुलिस कस्टडी में बनारस कोठी और रिवर पैलेस, सोमवार बाद होगी कार्रवाई...
वाराणसी, ब्यूरो। बनारस कोठी और रिवर पैलेस होटल को वीडीए ने सील कर पुलिस कस्टडी में दे दिया है। कैंट पुलिस की ओर से यहां पर 15 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। अब वीडीए अगली कार्रवाई के लिए शासन के आदेश का इंतजार कर रहा है।उधर, होटल मालिक भी विधि विशेषज्ञों से सलाह लेकर अगला कदम उठाएंगे।
वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग के अनुसार दोनों होटलों के 90 कमरों को डैमेज कर लोहे के चादर से सील कर दिया गया है। इसके भीतर बाथरूम, कमरे, लॉबी, सीढ़ी को डैमेज कर दिया गया है। इस पर वीडीए की सील वाली पट्टी भी लगाई गई है।
पूरा होटल सील करने के बाद पुलिस कस्टडी में दे दिया गया है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार सावन के सोमवार के कारण अभी कार्रवाई नहीं की जाएगी। सोमवार बाद आगे की कार्रवाई होगी।
बुद्ध विहार काॅलोनी में दोनों होटलों के प्लाॅट को बगैर नक्शा पास कराए निर्माण कराया गया। यह निर्माण वाराणसी महायोजना- 2031 के विपरीत है। इसके अलावा वरुणा नदी की ग्रीन बेल्ट से भी प्रभावित है। यहां स्वीकृत क्षेत्रफल से अधिक पर निर्माण, सेट बैंक कवर किया गया।
जी प्लस टू का आवासीय नक्शा पास कराके पांच तल के होटल का निर्माण कराया गया। मामले में शासन ने अन्नपूर्णा भवन निर्माण सहकारी समिति लिमिटेड के आठ भूखंड का भू उपयोग, आवासीय से व्यावसायिक करने का प्रत्यावेदन 2019 में निरस्त किया था। पूर्व में इन दोनों होटलों का ध्वस्तीकरण आदेश पारित है।
कार्रवाई से सहमे दूसरे अवैध होटल संचालक
बुद्ध विहार कॉलोनी में वीडीए की ओर से दो होटलों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई से दूसरे होटल संचालक सहमे हुए हैं। उन्हें भी होटल टूटने का डर सता रहा है। दरअसल यह काॅलोनी आवासीय है, लेकिन 24 सालों के भीतर पूरा इलाका कॉमर्शियल हो गया है। यहां 27 होटल चल रहे हैं।
ज्यादातर होटलों का मानचित्र शमनीय नहीं है। किसी का वीडीए तो किसी का कमिश्नर कोर्ट में मामला चल रहा है। कुछ होटलों का मामला शासन स्तर पर पेंडिंग है। इस कार्रवाई के बाद एक बार फिर से अवैध होटलों पर कार्रवाई की आस जग गई है।
नगर निगम सर्वे कर अवैध होटल और बरात घर खोजेगा
नगर निगम ने अब तक 1146 होटल और 199 बरात घर का सर्वे किया है। इस पर मेयर अशोक कुमार तिवारी ने दोबारा सर्वे कराने को कहा है। इस काम में क्षेत्रीय पार्षदों का भी सहयोग लेने को कहा है। वर्तमान में 1146 होटलों, लॉज और धर्मशालाओं के पास लाइसेंस है। जबकि शहर में 3250 होटल, धर्मशाला और लॉज चल रहे हैं। अब भी शहर में 2104 अवैध होटलों का संचालन हो रहा है।