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साले की बीवी से जीजा को था प्यार, आता था ससुराल, घुस जाता था कमरे में, और फिर..गांव में देर रात चली महा पंचायत, लेकिन...

साले की बीवी से जीजा को था प्यार, आता था ससुराल, घुस जाता था कमरे में, और फिर..गांव में देर रात चली महा पंचायत, लेकिन...

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के जमुई जिले के खैरा थाना इलाके में रविवार की देर शाम तक एक ऐसी पंचायत लगी, जहां दामाद को ससुराल वाले गांव में नो इंट्री लगा दी गई। साथ ही सरहज से संपर्क रखने को भी मना कर दिया। दामाद का सरहज के साथ 12 साल से चले आ रहे अवैध संबंध को लेकर खैरा थाना इलाके के कैंडीह गांव में सात घंटे तक पंचायत चली। गांव के शिव-पार्वती मंदिर परिसर में लगे पंचायत में सैकड़ों लोग शामिल हुए, जहां अंत मे पंच ने यह फैसला सुनाया कि प्रदीप साव अपने सरहज सुधा देवी से ना तो संपर्क रखेगा और न ही जिंदगी भर कभी ससुराल आएगा। अगर प्रदीप साव ससुराल आता है तो गांव वाले उसे सजा देंगे।

दरअसल केंडीह गांव में प्रदीप साव नाम के एक शख्स का ससुराल है. प्रदीप साव की पत्नी और केंडीह गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि प्रदीप और उसकी सरहज सुधा देवी के बीच बीते 12 सालों से नाजायज संबंध है. प्रदीप ज्यादातर समय अपने ससुराल में सरहज के घर में ही बीताता है और अपनी कमाई भी उसे ही दे देता है, जो उसकी पत्नी और गांव वालों को पसंद नहीं है. इसका असर गांव के दूसरे लोगों पर ना पड़े इसलिए पंचायत बुलाई गई थी।

प्रदीप साव की पत्नी ने भी पंचायत में आवेदन देकर अपने पति और भाई की पत्नी के बीच नाजायज संबंध को लेकर आवेदन दिया था. लगभग 7 घंटे तक चले इस पंचायत में यह फैसला हुआ कि प्रदीप अपनी संपत्ति अपने बेटे को दे दे और ससुराल कभी नहीं आए. हालाकि प्रदीप और उसके सरहज ने ग्रामीण आरोप को गलत बताया। बताया जा रहा है कि 12 साल पहले प्रदीप साव की पत्नी लकवा की शिकार हो गई थी तब प्रदीप के साले की पत्नी सुधा देवी उसकी देखभाल की थी। प्रदीप के बच्चे छोटे-छोटे थे। उसी समय सुधा देवी और प्रदीप के बीच नजदीकियां बढ़ गईं, जो लगातार जारी रही।

अपनी पत्नी और बच्चों के पास काम जाता है ज्यादातर समय सुधा देवी के घर में ही बिताता था, यहां तक की कमाई के पैसे भी अपनी बीमार पत्नी और बच्चों को नहीं देता था. 12 साल से सरहज के साथ अवैध संबंध का आरोप लगाकर प्रदीप की पत्नी ने पंचायत में न्याय के लिए आवेदन दिया था, मायके वाले भी प्रदीप के पत्नी के ही साथ थे, जो चाहते थे कि प्रदीप और सुधा देवी का चक्कर चलना बंद हो जाए. बताते चले की प्रदीप और सुधा देवी दोनों बाल बच्चेदार हैं। सुधा देवी का पति मंदबुद्धि है।