कावड़ यात्रा पर यूपी सरकार का दिशा निर्देश जारी, अन्य राज्यों से कांवड़ियों को आईडी कार्ड देने की गुज़ारिश...
लखनऊ, ब्यूरो। यूपी सरकार ने सावन में होने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर दिशा-निर्देश जारी की है। मेरठ में यूपी के अधिकारियों और अन्य राज्यों के साथ कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। मुख्य सचिव और डीजीपी की मौजूदगी में हुई बैठक में कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे बजाने को लेकर भी फैसला लिया गया है। साथ ही राज्यों से गुजारिश की गई है कि संबंधित राज्य दूसरे राज्यों के कांवड़ियों को आइडेंटिटी कार्ड जारी करें।
दरअसल, यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, डीजीपी प्रशांत कुमार ने मेरठ में समीक्षा बैठक की. बैठक में यूपी से सटे उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के अधिकारी भी शामिल हुए. साथ ही पश्चिमी यूपी के 6 मंडलों के अधिकारी भी बैठक में मौजूद रहे. कांवड़ यात्रा के रूट, ट्रैफिक डायवर्जन और यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा के बाद कई अहम फैसले लिए गए।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में बैठक कर सावन के महीने में होने वाली कांवड़ यात्रा के लिए फुलप्रूफ तैयारी करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद शनिवार को मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार ने मेरठ में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकारियों और यूपी से सटे चार राज्यों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
कांवड़ यात्रा में कांवड़िए भाला, त्रिशूल लेकर नहीं चल सकेंगे
कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है. शनिवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में फैसला लिया गया कि कांवड़िए अपने साथ भाला-त्रिशूल या किसी भी तरह का हथियार लेकर नहीं चल सकेंगे. पिछले कुछ समय से देखा जा रहा है कि कांवड़िए कांवड़ यात्रा में तिरंगा लेकर भी चलते हैं. ऐसे श्रद्धालुओं और कांवड़ियों पर खास नजर रहेगी. यात्रा मार्ग पर कांवड़ियों की सुविधा, भोजन और आराम के लिए कैंप लगाए जाएंगे. इनमें मेडिकल सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी. महिलाओं के लिए भी व्यवस्था रहेगी. कैंप हाईवे और एक्सप्रेसवे से कुछ दूरी पर बनाए जाएंगे।
DJ की ऊंचाई और ध्वनि सीमा का पालन करना जरूरी होगा
कांवड़ यात्रा मार्ग पर डीजे के लिए भी स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएंगे. डीजे पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा, लेकिन ध्वनि की सीमा नियमानुसार तय की जाएगी. साथ ही कांवड़ यात्रा की ऊंचाई भी तय की जाएगी. इस बात पर भी चर्चा हुई, क्योंकि ऊंचाई अधिक होने के कारण बिजली के तारों से दुर्घटना की आशंका रहती है. तय मानकों का पालन करना जरूरी होगा. कांवड़ यात्रा पर सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी की जाएगी. इसके अलावा बिजली के खंभों को पॉलीथिन और ट्रांसफार्मर को जाल से ढका जाएगा, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके।
कांवड़ यात्रा मार्ग पर शराब और मीट की दुकानें रहेंगी बंद
कांवड़ यात्रा मार्ग पर शराब और मीट की दुकानें बंद रहेंगी. बैठक में मौजूद अन्य राज्यों के अधिकारियों से कांवड़ियों को पहचान पत्र उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है. अन्य राज्यों से समन्वय के लिए यूपी-उत्तराखंड में 8 संयुक्त नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाएंगे. मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पूरे कांवड़ यात्रा मार्ग को 5 जोन में बांटा गया है. कांवड़ मार्ग के सभी 12 जिलों का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है. इसे दो भागों में बांटा गया है. इसमें एक ग्रुप में वरिष्ठ अधिकारी जानकारी साझा करेंगे, जबकि दूसरे ग्रुप में थाना स्तर के अधिकारी जानकारी साझा करेंगे
मामले में DGP ने कही ये बात
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि कांवड़ यात्रा का रूट तय किया जाएगा. यात्रा के दौरान दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान की सीमाओं पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था रहेगी. बम निरोधक दस्ता, आईबी, इंटेलिजेंस, एलआईयू की टीमें सक्रिय रहेंगी. जिन रूटों से यात्रा शुरू होगी, उन पर भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा. 21 जुलाई की रात 12 बजे से दिल्ली एक्सप्रेसवे, देहरादून एक्सप्रेसवे और चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग पर भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।