IND vs ZIM :: "ये तो अपने पहले मैच में ही"... डेब्यू मैच में तिकड़ी के लिए बना गैर जिम्मेदाराना बल्लेबाजी भारत की हार का कारण...
लखनऊ, खेल ब्यूरो। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका को 7 रन से हराकर विश्व कप खिताब जीतकर भारत लौटी टीम इंडिया की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान विराट कोहली ने बहुत ही अहम बात कही कि यह खेल बहुत ही अजीब है। कभी ऐसा लगता है कि एक भी गेंद नहीं खेली जा रही, तो एकद से सबकुछ अपने आप सही होने लगता है। कोहली ने यह भी कहा था कि हालात और जरुरत के हिसाब से अपने अहंकार को अलग रखकर खेलना होता है।
इसका मतलब यह नहीं कि जिंबाब्वे दौरे पर गई टीम इंडिया किसी भी अहंकार से ग्रसित है, लेकिन एक बात साफ दिखी कि ये बल्लेबाज जरुरत के हिसाब से नहीं खेले। और इसका नतीजा हरारे में मेजबान जिंबाब्वे (Zim vs Ind) के खिलाफ देखने को मिला। प्रबंधन ने तीन खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज करने का मौका दिया, लेकिन हालात इतने खराब रहे कि यह तीनों के लिए ही पहला टी20 मैच एक बुरा ख्वाब साबित हुआ।
तीनों के लिए बन गया बुरा ख्वाब
टीम प्रबंधन ने इस पहले मुकाबले में आईपीएल में जमकर बरसने वाले अभिषेक शर्मा, एक और परफॉरमर रियान पराग और विकेटकीपर ध्रुव जुरेल को मौका दिया, लेकिन जहां अभिषेक खाता भी नहीं खोल सके, तो बाकी दोनों का भी कमोबेश ऐसा ही हाल हुआ। कुल मिलाकर तीनों डेब्यूटेंट दहाई का भी आंकड़ा नहीं छू सके। और इन तीनों के लिए यही अंतरराष्ट्रीय और टी20 करियर का आगाज एक भूलने वाला मुकाबला बनकर रह गया।
विराट की बात नहीं सुनी क्या ?
विराट ने पीएम से बात करने के दौरान कहा था कि उन्होंने टीम की जरुरत को देखते हुए खुद को सरेंडर कर दिया था। मतलब कोहली हालात के हिसाब से खेले, लेकिन भारत के लिए पहला मैच खेल रहे अभिषेक शर्मा और रियान पराग की एप्रोच ऐसी रही कि मानो वह आईपीएल में खेल रहे हों। इस पिच पर स्ट्रोक खेलना खासा मुश्किल था क्योंकि गेंद खासी रुक कर आ रही थी।
ऐसा भी नहीं था कि स्कोर का दबाव बहुत ही ज्यादा था, लेकिन इसके बावजूद बिना पिच और हालात से अभ्यस्त हुए बिना ही अभिषेक और रियान ने हवाई शॉट खेले। नतीजा यह रहा कि ये दहाई का भी आंकड़ा नहीं छू सके और इनका करियर का आगज भी हमेशा के लिए भुला देने वाला बनकर रह गया।