Headlines
Loading...
"नौ लड़कियां और काली डायरी"फर्जी कॉल सेंटर की आड़ में NCR की एक बिल्डिंग में चल रहा था अमीर बनाने का खेल.. फिर ऐसे खुला पोल...

"नौ लड़कियां और काली डायरी"फर्जी कॉल सेंटर की आड़ में NCR की एक बिल्डिंग में चल रहा था अमीर बनाने का खेल.. फिर ऐसे खुला पोल...

नोएडा, ब्यूरो। एनसीआर की एक बिल्डिंग से 9 लड़कियों को पकड़ा गया है। सभी लड़कियां नाम बदलकर कॉल सेंटर में नौकरी कर रहीं थीं। इस कॉल सेंटर को दो शख्स चला रहे थे, दोनों पहले इंश्योरेंस एजेंट का काम करते थे। छापेमारी के दौरान पुलिस को एक काली डायरी भी मिली है। इस डायरी में कॉल सेंटर की काली कहानी दर्ज है। 

जालसाज इन लड़कियों से मीठी-मीठी बातें करा मासूम लोगों को अपना शिकार बनाते थे। डर और लालच देकर ये अवैध कारोबार कर रहे थे। हैरानी की बात यह है कि महज 2500 रुपए खर्च कर इन जालसाजों ने लोगों का नंबर निकलवा लिया। मुख्य आरोपियों की पहचान आशिष और जितेंद्र के रूप में हुई है।

चल रहा था अमीर बनाने का झूठा खेल

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, यह फर्जी कॉल सेंटर नोएडा सेक्टर- 51 में चल रहा था। पुलिस ने 9 लड़कियों और दो लड़कों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गैंग दिल्ली- एनसीआर के बाहर के लोगों को टारगेट करता था। लड़कियां नाम बदलकर लोगों से बात करतीं थीं। उन्हें अपनी बातों में उलझा कर वो इंश्योरेंस पॉलिसी बेचने की कोशिश करती थी। 

इसके अलावा उन्हें लोन देकर अमीर बनाने का ख्वाब भी दिखाया जाता था। इन लड़कियों को कमीशन मिलता था। जो जितने लोगों को फंसा लेगा उसे उतना ही ज्यादा कमीशन। पैसे की लालच में ये लड़कियां ज्यादा से ज्यादा लोगों को ठगने में जुटी रहतीं थीं। इंश्योरेंस और लोन के नाम पर भोले-भाले लोगों का खाता साफ हो जाता था। 

काली डायरी में छिपे थे राज

जांच में पता चला कि ठगी का पैसा कर्नाटक के एक शख्स के खाते में जाता था। आरोपी आशीष और जितेंद्र ने उस शख्स से केवल 10 हजार रुपए में खाता खरीदा था। छापेमारी के दौरान पुलिस को कॉल सेंटर से एक काली डायरी भी मिली। डायरी में करोड़ों रुपए के हिसाब-किताब का जिक्र मिला। दरअसल, दोनों जालसाज जब से ठगी का यह खेल चला रहे थे तब से पूरी काली कमाई के बारे में इसी डायरी में नोट करते थे। यह डायरी अब पुलिस के पास है।

नाम बदलकर करते थे काम

जांच में पता चला कि सभी आरोपी नाम बदलकर काम करते थे। आशीष ने अपना नाम अमित और जितेंद्र ने अभिषेक रखा था। वहीं लड़कियों के नाम भी बदले गए थे। मसलन, बबीता पटेल नाम की युवती माही के नाम से जानी जाती थी। वहीं आरती कुमारी को अन्नया बुलाया जाता था। छापेमारी के बाद पुलिस ने सभी को पकड़ लिया है। इस गैंग ने करोड़ों रुपए की ठगी की है। सैकड़ों लोगों को शिकार बनाया गया है। मामले की जांच जारी है।