उज्जैन :: सावन माह के चौथे सोमवार पर बाबा महाकाल का हुआ विशेष शृंगार, मुंबई के भक्त ने चढ़ाया 2046.500 ग्राम का रजत मुकुट...
एमपी, उज्जैन :: सावन के चौथे सोमवारी पर देशभर के शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है। एमपी के उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में आज बाबा महाकाल में आधा घंटा पहले पूजा की शुरुआत हुई। रात 2:30 बजे मंदिर के द्वार खोल दिए गए, तथा पूरा मंदिर परिसर बाबा महाकाल के जयकारों से गूंज उठा।
भस्म आरती आमतौर पर प्रातः 3 बजे आरम्भ होती है, किन्तु आज श्रावण मास की चौथी सोमवारी के विशेष अवसर पर बाबा महाकाल ने भक्तों को दर्शन देने के लिए आधा घंटा पहले उठाया। हजारों भक्तों ने इस भस्म आरती में भाग लिया।
महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित आशीष गुरू ने बताया कि भगवान वीरभद्र से अनुमति लेकर मंदिर का चांदी का द्वार खोला गया। तत्पश्चात, भगवान का पूजन एवं अर्चन किया गया।
महाकाल को पंचामृत से स्नान कराया गया, और उन पर केसर जल अर्पित किया गया। चंदन और भांग से बाबा महाकाल का विशेष शृंगार भी किया गया। सुबह के विशेष शृंगार के बाद भगवान को महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भस्म अर्पित की गई।
आज चौथी सोमवारी पर बाबा महाकाल की सवारी नगर में निकलेगी। इसके चलते भगवान श्री महाकालेश्वर बैलगाड़ी पर नंदी पर विराजमान होंगे, जबकि पालकी में भगवान श्री चन्द्रमोलेश्वर स्वरूप में रहेंगे। हाथी पर श्री मनमहेश, नंदी पर उमा महेश, और गरूड रथ पर श्री शिव तांडव की प्रतिमा नगर भ्रमण पर निकलेगी।
बाबा महाकाल की सवारी के मौके पर घासी जनजातीय समुदाय के लोग नृत्य प्रस्तुत करेंगे, तथा पालकी के आगे भजन मंडली भी प्रस्तुति देगी। मुंबई के सायन से आए अनंत प्रदीप जोशी ने श्री महाकालेश्वर भगवान को 2046.500 ग्राम वज़न का रजत मुकुट अर्पित किया।
यह मुकुट श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल द्वारा प्राप्त किया गया। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के कोठारी मनीष पांचाल ने इस दान की खबर "केसरी न्यूज नेटवर्क" प्रतिनिधि को दी।