Headlines
Loading...
प्रयागराज :: वैदिक मंत्रोच्चार और पूजन के बाद कॉरिडोर का कार्य शुभारंभ :: भूमि पूजन के साथ हनुमान मंदिर कॉरिडोर का काम शुरू हुआ...

प्रयागराज :: वैदिक मंत्रोच्चार और पूजन के बाद कॉरिडोर का कार्य शुभारंभ :: भूमि पूजन के साथ हनुमान मंदिर कॉरिडोर का काम शुरू हुआ...

प्रयागराज, ब्यूरो। महाकुम्भ की सबसे प्रमुख परियोजनाओं में शामिल बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर का निर्माण भूमि पूजन के साथ शुरू हो गया। 38.18 करोड़ रुपये से बनने वाले कॉरिडोर के लिए भूमि पूजन बड़े हनुमान मंदिर के महंत बलवीर गिरि ने किया। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन के बाद महंत ने फावड़ा चलाकर काम की औपचारिक शुरुआत की। 

पहले दिन 200 लेबर लगाकर काम शुरू कराया गया है। बाढ़ के समय काम शुरू होने के कारण अब विभाग का पूरा ध्यान सबसे पहले पिलर तैयार करने पर है। जिससे किसी भी स्थिति में काम को नवंबर तक पूरा कर लिया जाए।

महाकुम्भ 2025 में पर्यटन को बढ़ाने के लिए प्रयागराज में चार कॉरिडोर का निर्माण कराया जा रहा है। नगर देवता बजरंग बली का सबसे प्रमुख मंदिर होने के कारण यह कॉरिडोर सबसे महत्वपूर्ण था। निर्माण कार्य की जिम्मेदारी प्रयागराज विकास प्राधिकरण को दी गई है। पिछले दिनों सेना से जमीन हस्तांतरित होने के बाद निर्माण की बाधा दूर हो गई थी। इसके बाद विधि विधान से पूजन कर निर्माण कार्य का श्रीगणेश कर दिया गया। भूमि पूजन में प्रयागराज विकास प्राधिकरण के वीसी अरविंद सिंह चौहान, एसपी कुम्भ मेला राजेश द्विवेदी आदि मौजूद रहे।

यह भी होंगी सुविधा

● कॉरिडोर में एक कक्ष मंदिर के महंत का भी रहेगा।

● प्रसाद तैयार करने के लिए एक आधुनिक रसोई तैयार की जाएगी।

● मंदिर से निकलने के बाद बाईं ओर के हिस्से में एक हॉल बनाया जाएगा।

● हॉल में बैठकर श्रद्धालु हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ कर सकेंगे।

● सामने की ओर सत्संग भवन का निर्माण होगा, जहां पर सत्संग व हवन आदि होगा।

● जगदीश रैंप को कॉरिडोर का हिस्सा बनाया जाएगा।

काशी विश्वनाथ की तर्ज पर बनेगा कारिडोर 

हनुमान मंदिर कॉरिडोर का डिजाइन काशी विश्वनाथ मंदिर की तर्ज पर होगा। संगम की ओर से आने वाले श्रद्धालु पहले अक्षयवट आएंगे और अक्षयवट से हनुमान मंदिर के बीच एक विशाल द्वार बनाया जाएगा। जिसके अंदर लगभग पांच छोटे द्वार होंगे, यहां से श्रद्धालु मंदिर के गर्भगृह तक पहुंचेंगे। रास्ते में बजरंगबली की बालपन की बड़ी प्रतिमाओं को भी सजाया जाएगा।