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सूरज के लिए हमने सबको मार दी, शर्म के मारे किसी को बता नहीं पाए, महिला सिपाही हत्या कांड, सुसाइड नोट में क्या-क्या लिखा?...

सूरज के लिए हमने सबको मार दी, शर्म के मारे किसी को बता नहीं पाए, महिला सिपाही हत्या कांड, सुसाइड नोट में क्या-क्या लिखा?...

बिहार, पटना ब्यूरो। भागलपुर के पुलिस लाइन में सिपाही नीतू कुमारी के क्वार्टर में हुई घटना के बाद कई प्रकार की चर्चा होने लगी। नीतू के पति पंकज के सुसाइड नोट से बहुत कुछ साफ हो गया। कमरे से पुलिस ने तीन मोबाइल जब्त किया जिसकी जांच की जा रही है। सुसाइड नोट में सूरज का जिक्र होने के बाद उक्त सिपाही को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में कई महत्वपूर्ण पहलू सामने आए हैं। 

मोबाइल की शुरुआती जांच में मिली चैटिंग से सूरज को संदिग्ध माना जा सकता है। घटना की सूचना मिलने पर भागलपुर पहुंचे नीतू के जमादार मामा नागेंद्र ठाकुर ने कहा कि इस दुखद घटना की उचित जांच होनी चाहिए। बातचीत में उन्होंने सीबीआई का भी नाम ले लिया। समस्तीपुर में पदस्थापित नागेंद्र ने कहा कि कुछ दिनों पहले नीतू से उनकी बात हुई थी।

...तो क्या पंकज ने ही चारों का कत्ल किया

पति पंकज कुमार के नाम से सुसाइड नोट मिला है। उसमें उसने लिखा है कि उसकी पत्नी ने उसकी मां और दोनों छोटे बच्चों को मार डाला। यह भी लिखा है कि उसके बच्चों का क्या कसूर था, उसे क्यों मारा। उसके बाद लिखा है कि मां और दोनों बच्चों को उसकी पत्नी ने मार डाला जिसके आक्रोशित होकर उसने पत्नी को मार डाला और खुद मरने जा रहा है। उसके सुसाइड नोट से सवाल उठ रहा है कि जिसने अपने घर में बच्चों और मां का शव देखा, पत्नी का गला रेत डाला, वैसी परिस्थिति में उसने सुसाइड नोट कैसे लिखा। चर्चा यह भी है कि चारों का कत्ल कर पंकज ने भी अपनी जान दे दी।

अंतरजातीय विवाह, मां पैरालाइसिस का शिकार

नीतू और पंकज ने अंतरजातीय विवाह किया था। नीतू नाई समाज से थी जबकि पंकज राजपूत था। पंकज के भी पिता का देहांत पहले हो चुका था। उसकी मां पैरालाइसिस की शिकार हो गई थी। पंकज अपनी मां को साथ ही रखता था। यही वजह है कि नीतू की पदस्थापना जहां भी रही पंकज अपनी मां के साथ उसी के साथ रहता था। मंगलवार की देर शाम नीतू के मामा के पहुंचने के बाद क्वार्टर से सभी पांच शव को बाहर निकाला गया। वाहन में लादकर उन शव को मायागंज ले जाया गया। देर रात शव का पोस्टमार्टम कराया गया।

सुसाइड नोट में क्या लिखा...

पंकज ने सुसाइड नोट में लिखा, 'अनामिका, मम्मी सबकुछ खत्म हो गया। एक लड़की ने सबको मार दी भाभी। आनंद भैया सबकुछ खत्म हो गया। मां का ईंट और चाकू से गला रेत दी। शिवांश और श्रेया का भी चाकू से गला रेत कर। सॉरी आनंद भैया, विजय भाई। सबकुछ बर्बाद कर दी भैया सिर्फ एक लड़के के लिए, उसका नाम सूरज, शाखा क्राइम ब्यूरो। आनंद भैया, हाथ कांप रहा है लिखने में। समझ में नहीं आ रहा है कि क्यों ऐसा हुआ मेरे साथ। साला हम सोए रह गए भैया और उसने सबको मार डाला। मैंने भी उसको मार डाला भैया जैसे कि सबको मारी थी। ईंट से उसका सिर कुचल डाला और चाकू से गर्दन काट डाला।

जब हम उठे तो देखे घर में खून। श्रेया और शिबू का गर्दन काट डाली है। हम एकदम सन्न पड़ गए। जाकर देखा तो मेरी मां को भी मार डाली। शर्म के मारे हम किसी को बता नहीं पाए। आनंद भैया और विजय भाई आपलोग तो है ही नहीं, ड्यूटी पर गए हैं। सॉरी भैया, सॉरी भैया, हम तो बात भी नहीं कर पाए। आनंद भैया, इस नंबर पर कॉल कर बता दीजिएगा। इसपर कार्रवाई होनी चाहिए, ये लड़का सूरज कुमार क्राइम ब्यूरो। बता दें कि अनामिका नीतू की पड़ोसी है। आनंद चालक सिपाही है जो नीतू के बगल वाले क्वार्टर में रहता है।'

कई सवालों के जवाब बाकी...

घटनास्थल से पुलिस ने दो चाकू, दबिया और ईंट बरामद किया है। आश्चर्य की बात यह है कि जिस जगह पर चार लोगों का गला रेता गया हो वहां से मिले धारदार हथियार पर खून धब्बे या निशान नहीं मिले हैं। एफएसएल की टीम ने जांच की है। गला रेतने के दौरान हथियार पर जिस तरह से खून लगा होना चाहिए उस तरह से खून उसपर लगा नहीं दिखा। ऐसे में सवाल है कि अगर पंकज ने सबसे अंत में अपनी पत्नी का गला रेता तो उसके बाद क्या उसने धारदार हथियार को पानी से धो डाला। पंकज के शरीर पर कपड़े पर भी खून के निशान नहीं थे। आस पड़ोस में रहने वाले लोग यह भी सवाल उठाने लगे हैं कि क्या उक्त कांड में किसी छठे शख्स का भी हाथ हो सकता है?