वाराणसी कोतवाली थाना क्षेत्र के लालघाट में जर्जर मकान क्षतिग्रस्त होने से बड़ा हादसा टला, मकान में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया...
-मकान का सीढ़ी ढ़हा, भवन स्वामी को पहले ही नोटिस दिया गया था।
वाराणसी, ब्यूरो। कोतवाली थाना क्षेत्र के लाल घाट के समीप बुधवार को संयोग ही रहा कि बड़ा हादसा टल गया। घाट के समीप स्थित एक जर्जर मकान का सीढ़ी अचानक ढ़ह गया। इससे मकान में रहने वाले लगभग 11 लोग फंस गए। क्षेत्रीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंचे NDRF के जवानों ने तत्काल रेस्क्यू कर सभी को सुरक्षित निकाल लिया। जान बचने पर फंसे लोगों ने राहत की सांस ली। सूचना पाते ही पुलिस और नगर निगम के अफसर भी पहुंच गए।
लालघाट पर भवन संख्या के.4/7 गंगा नदी के किनारे बेहद जर्जर हालत में है। नगर निगम के अभिलेखों के आधार पर यह भवन गंगा चौधरी पुत्र स्व0 नन्दन चौधरी तथा रामलखन चौधरी पुत्र गंगा चौधरी के नाम से दर्ज है। पिछले वर्ष नगर निगम के जॉच में यह भवन जर्जर पाया गया था, जिस पर नगर निगम ने 26.9.2023 को ही जर्जर भवन होने की नोटिस भवन स्वामी को दिया था। नोटिस में सात दिन के अंदर भवन में जरूरी मरम्मत कराने का निर्देश दिया गया था। इसके बावजूद लोग उसमें रह रहे थे।
आज दोपहर में बारिश होने के बाद भवन का सीढ़ी तेज आवाज के साथ गिर गई। इस दौरान मकान में रहने वाले लोग शोर मचाने लगे। तक तक भाजपा काशी विश्वनाथ मंडल के अध्यक्ष नलिन मिश्रा, क्षेत्रीय पार्षद भी पहुंच गए। भाजपा नेता ने घटना की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी। पुलिस और एनडीआरएफ टीम ने बचाव कार्य कर ऊपर के तल पर फंसे महिलाओं, बच्चों सहित अन्य लोगों को सकुशल निकाल लिया। जान बचने पर मकान में रहने वाले मदन मोहन, चुनमुन देवी, पिंकी, अभय साहनी आदि ने एनडीआरएफ का आभार जताया।
गौरतलब हो कि सोमवार देर रात श्री काशी विश्वनाथ धाम के येलो जोन में दो जर्जर मकान ढहने से एक महिला की मौत हो गई थी। वहीं एक ही परिवार के सात सदस्य और एक महिला पुलिस गंभीर रूप से घायल हो गई।