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पुलिस अंकल ! मम्मी ने पड़ोसी के साथ मिलकर पापा को मार डाला; इमरान ने पत्नी को प्रेमी के साथ पकड़ा था रंगे हाथ...

पुलिस अंकल ! मम्मी ने पड़ोसी के साथ मिलकर पापा को मार डाला; इमरान ने पत्नी को प्रेमी के साथ पकड़ा था रंगे हाथ...

हापुड़, ब्यूरो। पुलिस अंकल! पापा कल मजदूरी से जल्दी घर आ गए थे। मम्मी कमरे में पड़ोसी अंकल के साथ सो रही थी। पापा कमरे में पहुंचे तो शोर मचाने की आवाज बाहर तक आने लगी। मैंने झांक कर देखा तो पापा, मेरी मम्मी से झगड़  रहे थे। इसी बीच पड़ोसी अंकल ने पापा को धक्का देकर गिरा दिया। इसके बाद मम्मी व पड़ोसी अंकल ने पापा का गला दबा दिया और उन्हें मार डाला। यहीं सच्चाई पुलिस को बताकर 5 साल के बेटे ने मंगलवार को थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के गांव छपकौली में हुई पिता इमरान की हत्या से पर्दा हटा दिया।

मासूम बच्चे ने अपनी मां व उसके प्रेमी को भी बेनकाब कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने इमरान की पत्नी व उसके प्रेमी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस हत्यारोपितों की तलाश कर रही है।

दो साल से चल रहा था प्रेम प्रसंग

दरअसल, बाबूगढ़ के गांव छपकौली में मंगलवार को पेशे से नाई इमरान (32 वर्षीय) का शव घर में चारपाई पर मिला था। सूचना पर पहुंची पुलिस को मृतक की पत्नी रुखसार ने बताया था कि दिल का दौरा पड़ने से इमरान की मौत हुई है। जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया था।

वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि इमरान की पसलियां टूटी हैं। गला दबाकर उसकी हत्या की गई है। जिसके बाद पुलिस गुरुवार शाम इमरान के घर पहुंची तो पता चला कि उसकी पत्नी लापता है। जिसके बाद पुलिस ने इमरान के पांच वर्षीय विहान से पूछताछ की।

पत्नी को कई बार समझाया था पर नहीं मानी

वहीं, विहान ने पुलिस को पूरी कहानी बताते हुए अपनी मां व पड़ोसी समीर को बेनकाब कर दिया। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि पिछले तीन वर्षों से इमरान की पत्नी व समीर का प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसकी जानकारी इमरान ही नहीं बल्कि पूरे गांव को थी। कई बार इमरान ने अपनी पत्नी को समीर से दूर रहने के लिए कहा था, लेकिन उसने पति की बात नहीं मानी।

इमरान के मजदूरी पर जाने के प्रेमी को बुला लेती थी उसकी पत्नी

पुलिस को जानकारी मिली है कि प्रतिदिन सुबह इमरान घर से मजदूरी पर चला जाता था और शाम को वापस लौटता था। इमराने के घर से निकलते ही रुखसार अपने प्रेमी समीर को घर बुला लेती थी। जिसके बाद दोनों रंगरलियां मनाते थे। रुखसार बच्चों को चीज के लिए रुपये देकर घर से भेज देती थी। ताकि, वह उसके बारे में किसी को न बता सके। मंगलवार शाम प्रतिदिन की बजाए इमरान जल्दी घर आ गया था। जिसके बाद उसने रुखसार व समीर को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। जिसका खामियाजा उसे अपने जान देकर चुकाना पड़ा है।

हत्यारोपितों की तलाश में पुलिस दे रही दबिश

थाना बाबूगढ़ प्रभारी विजय गुप्ता ने बताया कि हत्यारोपितों की तलाश में पुलिस विभिन्न स्थानों पर दबिश दे रही है। इमरान के तीन बच्चों को पुलिस अभिरक्षा में रखा गया है। जल्द ही दोनों हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गिरफ्तारी के बाद हत्याकांड के कई अहम पहलुओं से भी पर्दा हट सकेगा।