उत्तराखंड मंसूरी :: बसपा नेता असलम चौधरी पर यूपी पुलिस का बड़ा ऐक्शन, रंगदारी केस में आरोपी को पकड़कर सलाखों के पीछे डाला...
उत्तराखंड राज्य, ब्यूरो। दो करोड़ रुपये रंगदारी मांगने के आरोपी धौलाना से बसपा के पूर्व विधायक असलम चौधरी को मसूरी पुलिस ने रुड़की क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। अदालत ने रंगदारी के मामले में असलम समेत उनके सहयोगी जुनेद टाटा और जुबेर टाटा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए थे।पुलिस के मुताबिक असलम चौधरी और मसूरी निवासी डॉक्टर यामीन के बीच जमीन विवाद का मामला काफी समय से चल रहा था।
असलम चौधरी ने 12 बीघे जमीन का फर्जी करारनामा बनाकर वाद दाखिल किया था। सात जुलाई 2022 को असलम चौधरी अपने बेटे शाहनवाज और तीन साथियों के साथ भूखंड पर पहुंचकर जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया। सूचना मिलने पर आदिल राजा ने अपने परिवार के लोगों के साथ मौके पर पहुंचकर विरोध किया।
आरोप है कि इसके बाद असलम चौधरी और उसके बेटे शाहनवाज ने आदिल राजा और परिवार के लोगों को धमकी देते हुए दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी। साथ ही जान की धमकी दी। पुलिस के आने से पहले ही असलम चौधरी अपने साथियों सहित मौके से फरार हो गए। पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कमरे में कैद हो गया। पुलिस आयुक्त के हस्तक्षेप पर पुलिस ने तीन सितंबर 2023 को मामले में रिपोर्ट दर्ज की। घटना की जांच के बाद पुलिस ने आरोपपत्र अदालत में दाखिल कर दिया।
गैरजानती वारंट जारी करते हुआ तामील के दिए थे आदेश
मामला एमपी एमएलए कोर्ट में विचाराधीन है। शमन और वारंट जारी किए जाने के बावजूद असलम चौधरी और उनके दोनों साथी अदालत में हाजिर नहीं हुए। शुक्रवार को एमपी/एमएलए कोर्ट के न्यायाधीश अरणव त्रिपाठी ने मामले की सुनवाई के दौरान पूर्व विधायक असलम चौधरी उनके सहयोगी जुनेद टाटा और जुबेर टाटा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए। साथ ही पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर वारंट तामील कराने को कहा था।
एएसपी नरेश कुमार ने बताया कि पूर्व विधायक असलम चौधरी के खिलाफ कोर्ट द्वारा गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे। इसमें असलम चौधरी वांछित चल रहे थे। इन्हें मुखबिर की सूचना के आधार पर उत्तराखंड के रुड़की से गिरफ्तार किया गया। उन्हें कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा।