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श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर से संचालित गेस्ट हाउस की लिफ्ट में फंसी दक्षिण भारतीय महिला की हुई मौत...

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर से संचालित गेस्ट हाउस की लिफ्ट में फंसी दक्षिण भारतीय महिला की हुई मौत...

वाराणसी, ब्यूरो। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन से संचालित एक गेस्ट हाउस की लिफ्ट में सोमवार सुबह संदिग्ध परिस्थिति में एक महिला पर्यटक की मौत हो गई। उसका बेटा पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर उड़ीसा रवाना हो गया। उसने पुलिस को तहरीर नहीं दी। 

मंदिर प्रशासन के अनुसार महिला तीसरी मंजिल के कमरे में ठहरी थी, जबकि पुलिस के मुताबिक वह पहले तल पर गई थी। गोदौलिया -दशाश्वमेध मार्ग पर शीतला गली में मंदिर प्रशासन की ओर 'गंगा दर्शनम' गेस्ट हाउस में बीते 14 अगस्त को भुवनेश्वर से आया 14 तीर्थयात्रियों का एक दल ठहरा था। इनमें 73 वर्षीय अहिल्या साहू अपने बेटे साधीन साहू भी थीं। 

15 अगस्त को काशी भ्रमण के बाद सभी अयोध्या गए। जहां से रविवार देर रात गेस्ट हाउस लौटे। सुबह लगभग आठ बजे सभी ने चेक आउट करके चाबी रिसेप्शन पर जमा कर दी। इस बीच आहिल्या साहू टॉयलेट जाने के लिए दोबारा चाबी लेकर अपने कमरे में गईं।

गेस्ट हाउस के मैनेजर रवि अरोरा ने बताया कि काफी समय तक महिला के नहीं लौटने पर तलाश शुरू हुई। इस बीच पहले तल पर लिफ्ट बंद देखकर उसे खोला गया। जिसमें अहिल्या साहू बेसुध थीं। उनके नाक से खून भी निकला था। उनका बेटा कर्मचारियों और साथ के लोगों की मदद से उन्हें रिसेप्शन पर लाया, जहां पानी पिलाने के बाद वह होश में आईं। उन्होंने बताया कि चढ़ने के बाद वह लिफ्ट में गिर गई थीं। 

गेस्ट हाउस गली में होने से कर्मचारियों की मदद से उन्हें तत्काल बाइक पर बैठाकर मारवाड़ी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से उन्हें मंडलीय अस्पताल रेफर कर दिया गया। हालांकि वहां पहुंचने से पहले उन्होंने दम तोड़ दिया। दशाश्वमेध थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि मामले में तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

बेटे से बोलीं, मुझे अस्पताल लेकर चलो

लिफ्ट से निकाले जाने के बाद होश आने पर अहिल्या साहू कराह रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार महिला का एक पैर भी टूट गया था। शरीर के अन्य हिस्सों पर भी गहरी चोटें थी। उन्होंने बेटे से बोला मुझे अस्पताल लेकर चलो।

बाबतपुर से थी फ्लाइट

अहिल्या साहू को बेटे के साथ बाबतपुर एयरपोर्ट जाना था। वहां से उनकी भुवनेश्वर के लिए फ्लाइट थी। वह 14 लोगों के ग्रुप के साथ काशी आईं थी। अयोध्या से लौटने के बाद छह लोग देर रात में ही लौट गए थे। महिला समेत कुल आठ लोग गेस्ट हाउस में आकर रुके थे।

आखिर कैसे खुल गया लिफ्ट का गेट

घटना में गेस्ट हाउस प्रबंधन की लापवाही सामने आई है। यह खुलासा गेस्ट हाउस में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज से हुआ। पुलिस ने बताया कि महिला ने कमरे से बाहर निकलने के बाद लिफ्ट का बटन दबाया। लिफ्ट में बत्ती जल रही थी। थोड़ी देर बाद वह ऊपर की ओर आती दिखाई थी। लिफ्ट देख कर महिला ने चैनल खोला। लेकिन इस बीच लिफ्ट ऊपर की ओर बढ़ गई थी। चैनल खुलने के बाद महिला को ऐसा लगा कि लिफ्ट उनके सामने है। पैर आगे बढ़ाते वह नीचे गिर गई। पुलिस का मानना है कि लिफ्ट के रखरखाव में लापरवाही बरती गई है।