आज सुबह गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के नजदीक पहुंचा, निचले इलाकों में वरुणा-गंगा का घुसा पानी, पलायन कर रहे हैं लोग...
वाराणसी, ब्यूरो। गंगा के जलस्तर में बढ़ाव का सिलसिला अनवरत जारी है। गंगा में बढ़ाव के कारण पानी अब गलियों की ओर बढ़ चला है। जलस्तर बढ़ने से वरुणा में हलचल बढ़ गई है और तटवर्ती इलाकों में पानी घुसने से पलायन शुरू हो गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार रात आठ बजे गंगा का जलस्तर 69.30 मीटर दर्ज किया। वहीं बलिया में जलस्तर खतरे के निशान 57.615 मीटर से ऊपर 57.73 मीटर पर बह रहा है।
केंद्रीय जल आयोग की बाढ़ बुलेटिन के अनुसार सुबह आठ बजे गंगा का जलस्तर 68.02 मीटर दर्ज किया गया। जलस्तर में आठ सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ाव हो रहा था। दोपहर बाद पांच सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ाव शुरू हुआ जो अनवरत जारी था। रात आठ बजे जलस्तर 68.80 मीटर दर्ज किया गया।
गंगा का जलस्तर बढ़ने से अस्सी घाट पर सुबह ए बनारस का मंच पानी में डूब चुका है। दशाश्वमेध घाट पर शीतला मंदिर में भी गंगा प्रवेश कर चुकी हैं। मां शीतला का पूजन ऊपर अहिल्येश्वर महादेव में हो रहा है।
महाश्मशान पर अब छतों पर शवदाह हो रहा है तो वहीं गंगा आरती भी छत पर हो रही है। अस्सी घाट की गंगा आरती अब सीढि़यों पर होने लगी है। मणिकर्णिका घाट की गलियों में अब गंगा का पानी पहुंचने से शवदाहयात्रियों को परेशानी हो रही है।
केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक इलाहाबाद, मिर्जापुर और वाराणसी में गंगा के जल स्तर में लगातार बढ़ाव हो रहा है। जिसके कारण गंगा की सहायक नदी वरुणा भी उफान पर है। आने वाले दिनों में वरुणा का पानी तेजी से बढ़ने की संभावना है।
इसके पूर्व गंगा का जलस्तर 2012 में 17 सितंबर को 68.17 मीटर और 2015 एक अगस्त को 68.79 मीटर, 2020 में चार सितंबर को 68.67 मीटर और 2023 में चार अगस्त को जलस्तर 68.30 मीटर पहुंचा था।
वरुणा के तटवर्ती इलाकों में पलायन शुरू, गलियों की ओर बढ़ी गंगा
वाराणसी। गंगा में उफान के बाद अब वरुणा नदी भी अपने तलहटी से ऊपर उठ कर तटवर्ती इलाकों की ओर बढ़ चली है। बुधवार को वरुणा का पानी नक्खी घाट के दीनदयालपुर, पुलकोहना, बघवानाला, मौजाहाल, उंचवा, तालीमनगर, हिदायत नगर और शैलपुत्री इलाके तक पहुंच गया।
बाढ़ के कारण लोग अपने घरों का सामान समेटकर छतों पर रख रहे हैं। इधर, दीनदयालपुर, पुलकोहना, बगवानाला इलाके में भी बाढ़ के कारण हजारों की आबादी प्रभावित है। लोग अपना घर छोड़ कर दूसरे स्थानों की ओर पलायन करने की तैयारी में है।
नक्खीघाट में बाढ़ राहत चौकियां बना
बाढ़ को देखते हुए शासन की ओर से बाढ़ ग्रस्त इलाकों में बाढ़ राहत चौकियां स्थापित की जा चुकी हैं। नक्खी घाट के लेखपाल पवन कुमार ने बताया कि बाढ़ के पानी को देखते हुए दीनदयालपुर में नवोदय पब्लिक स्कूल में बाढ़ राहत चौकी बनाई गई है। जिसमें बाढ़ पीड़ित शरण ले सकते हैं।