मर्डर मामले में हैरान करने वाला खुलासा, हाथ में लिखी मिली ऐसी बात; इसी में छिपा है सारा राज.
लखनऊ ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक ही गांव की दो छात्राओं अंशिका और दिव्या की मौत एक ही जहर खाने से हुई थी। बुधवार को शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद चिकित्सकों ने बिसरा जांच के लिए भेजा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चल सकेगा कि तीव्र जहर कौन सा था। मंगलवार को कॉलेज से घर आने के बाद दोनों छात्राओं की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी।
घटना कुरावली थाना क्षेत्र के गांव कल्यानपुर की है। गांव निवासी देवेंद्र यादव की पुत्री अंशिका (16) और कुंवर सिंह की पुत्री दिव्या (17) की मंगलवार शाम जनपद एटा स्थित कॉलेज से घर आने के बाद अचानक तबियत बिगड़ गई थी। आनन-फानन में परिजन उपचार के लिए अस्पताल ले गए थे।
अस्पताल में दोनों को मृत घोषित कर दिया गया था। चिकित्सकों के अनुसार छात्राओं के शरीर में कोई जहर था। जिस कारण से उनकी हालत बिगड़ी थी। मौत की वजह जानने के लिए बुधवार को छात्राओं के शवों का पोस्टमार्टम कराया गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट की माने तो दोनों ही छात्राओं की मौत एक ही जहर के खाने से हुई है। तीव्र जहर कौन सा है। इसकी जांच के लिए छात्राओं का बिसरा जांच के लिए लैब भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। छात्राओं के शरीर में मौजूद जहर कौन सा था।
रिपोर्ट के बाद पुलिस के सामने सवाल है कि छात्राओं ने जहर खाया तो इसके पीछे वजह क्या है। कई सवाल हैं। जिनका जबाव तलाशने के लिए पुलिस की टीम जांच में जुटी है। वहीं एसपी विनोद कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी तथ्यों की गहनता से जांच की बात कही है।
हाथ पर लिखी बात से इरादा नहीं हो रहा साफ...
अंशिका के हाथ पर ये मेरी जिंदगी का आखिरी दिन है लिखा हुआ था। यह बात जाहिर कर रही है कि अंशिका कहीं न कहीं मानसिक रूप से आत्मघाती कदम उठाने का निर्णय ले चुकी थी। सवाल ये है कि अंशिका के साथ सहेली दिव्या ने खुदकुशी क्यों की?
यदि दोनों ने खुदकुशी का फैसला साथ लिया होता तो दोनों के हाथ पर यही बात लिखी होती या अंशिका के हाथ पर ही अपनी नहीं बल्कि दोनों की जिंदगी का आखिरी दिन होता। ऐसे कई सवाल हैं जिनके जबाव अभी तक न तो पुलिस के पास हैं न हीं परिजन इस बारे में कुछ भी जानते हैं।
बस से उतरने के बाद खाया जहर
परिजन और पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आम दिनों की तरह ही मंगलवार की सुबह भी दोनों सहेलियां साथ ही कॉलेज गईं थीं। वहां पर दोनों ने खाना भी खाया था। दोनों के टिफिन जब खोले गए तो वह खाली थे। इससे यह बात तो साफ होती है कि खाने और छात्राओं की संदिग्ध मौत के बीच कोई संबंध नहीं है।
एसपी ने बताया कि दोनों छात्राएं बस से उतरने के बाद करीब 10 मिनट तक रुकी रहीं थीं। संभवत: वहीं पर दोनों ने आत्मघाती कदम को लेकर निर्णय लिया है। दोनों खास सहेलियां थीं और अक्सर साथ ही रहती थीं। उनके साथ ऐसा क्या हुआ जो उन्हें इस तरह का निर्णय लेना पड़ा। इस बारे में पता लगाने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।