वाराणसी बाढ़ प्रभावित वाले इलाकों में लगेंगे रैन बसेरे, कमिश्नर ने ली बाढ़ के हालात की जानकारी और आज अधिकारियो संग की बैठक...
वाराणसी, ब्यूरो। वाराणसी में गंगा, वरुणा नदी में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन सतर्क है। दोनों नदियों के बाढ़ संभावित इलाकों में रैन बसेरों को लगाने का काम शुरू किया जाएगा। गुरूवार को कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बाढ़ कंट्रोल को लेकर पुलिस, नगर निगम और बिजली समेत सभी विभागों के प्रमुख के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने 10 प्वाइंट्स में दिशा निर्देश दिया। ये गाइड लाइन वाराणसी, गाजीपुर, चंदौली जिले के संबंधित विभागों में भी लागू होंगे।
बाढ़ प्रभावित और संभावित इलाकों को चिन्हित किया गया है। यहां रैन बसेरों को आज से ही एक्टिव किया जाएगा। इसमें ग्रामीण इलाका जाल्हूपुर, शहर में नगवां, अस्सी घाट, सामनेघाट, मारुति नगर और वरुणा नदी में उलट प्रवाह के दौरान कोनिया, सरैया को शामिल किया गया है। इन क्षेत्रों में प्रभावित लोगों को उचें जगहों पर शिफ्ट किया जाएगा।
कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने कहा कि रैन बसेरे पूरी तरह से एक्टिव हों। इसमें पीने के पानी की उचित व्यवस्था, शौचालयों की उचित साफ-सफाई, बेड, चादर, फूड्स की क्वालिटी के साथ पर्याप्त सप्लाई सुनिश्चित कराएं। नगर निगम को शहर में सभी जगह, खासकर वरुणा नदी के किनारे पर लगातार सफाई अभियान चलाने का निर्देश दिया गया।
कोनिया से सारनाथ वाया कज्जाकपुरा सड़क पर नगर निगम को अपने कंस्ट्रक्शन विभाग के साथ पूरी तैयारी से लगातार सफाई अभियान चलाने को कहा गया। रेलवे पटरियों की भी साफ-सफाई के लिए निर्देश दिया गया। गांवों में डीपीआरओ,बीडीओ,एडीओ पंचायत, लेखपाल सभी की जिम्मेदारी तय करने को कहा गया।
प्रभावित क्षेत्र में जानवरों के लिए भूसा, चारा, पानी की पर्याप्त व्यवस्था,बिजली की पर्याप्त आपूर्ति, सिंचाई विभाग को सभी विभागों को वाट्सएप के द्वारा लगातार अपडेट देने को कहा गया । प्रभावित क्षेत्र में पुलिस, जल पुलिस, एनडीआरएफ समन्वय बनाकर गश्त करेंगे। पुलिस विभाग को रैन बसेरे के पास पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था देने का निर्देश कमिश्नर ने दिया। स्वास्थ्य केंद्रों को एक्टिव रखने के लिए कमिश्नर ने खास तौर पर निर्देशित किया।